Surya dev scientific importance : हिन्दू धर्म में सुबह की शुरूआत सूर्य देव को जल चढ़ाने के साथ होती है. घर के बड़े बुजुर्ग बिना सूर्य देव की पूजा अर्चना के मुंह में अन्न का एक दाना तक नहीं डालते हैं. क्योंकि सूर्य जीवन का आधार हैं. बिना इनके धरती पर जीवन की कल्पना करना मुमकिन ही नहीं है. सूर्य को जल देने के पीछे का धार्मिक महत्व (dharmik mahatava of surya dev) तो है ही साथ में ये वैज्ञानिक लिहाज से भी खास महत्व रखता है. आज के लेख में हम उसी के बारे में बात करेंगे.
सूर्य देव को जल देने का वैज्ञानिक महत्व
- सूर्य देव को जल चढ़ाते वक्त जब हम जल की धाराओं में से सूर्य की ओर देखते हैं तो उससे निकलने वाली 7 तरह की किरणें हमारी आंखों पर पड़ती हैं जिससे हमारी आंखों की रोशनी अच्छी होती है. इससे आंखों का रंग नेचुरल बना रहता है.
- सबसे जरूरी चीज सूर्य को जल चढ़ाने को लेकर ये है कि इससे विटामिन डी भरपूर मात्रा में हमारे शरीर को मिल जाती है. सुबह की पहली किरण सेहत के लिए अच्छी मानी जाती है.
- सूर्य को जल चढ़ाने से दिल की (Heart health) भी सेहत अच्छी रहती है. असल में सूर्य को अर्घ्य देते समय हमारा सीना जो है वो सूर्य की तरफ होता है जिसकी रोशनी सीधे हृदय पर पड़ती है जो गंभीर बीमारियों से बचाने में मदद करती है.
- सूर्य को जल चढ़ाने से त्वचा रोगों से भी मुक्ति मिलती है. सूर्य को जल बिना नहाए कभी नहीं देना चाहिए. इससे जब आप सूर्य को जल चढ़ाती हैं तो सारे रोमछिद्रो से गंदगी निकल आती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)