• होम
  • ज्योतिष
  • Narad Jayanti पर जानिए देवऋषि नारद मुनि से जुड़ी रोचक बातें

Narad Jayanti पर जानिए देवऋषि नारद मुनि से जुड़ी रोचक बातें

Narad Jayanti 2023 : नारद जी को लेकर मान्यता है कि ये भगवान विष्णु के अवतार थे. ऐसी ही कुछ और रोचक बातों के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं, तो चलिए जानते हैं बिना देर किए. 

Written by , Edited by Updated : May 06, 2023 12:19 PM IST
Narad Jayanti पर जानिए देवऋषि नारद मुनि से जुड़ी रोचक बातें
आपको बता दें कि Narad ji को ब्रह्मा जी ने अविवाहित रहने का श्राप दिया था.
FacebookTwitterWhatsAppInstagramLinkedinKoos

Narad Jayanti 2023 date : सभी देवों के प्रिय नारद जी की जयंती कृष्‍ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि को मनाई जाती है, ऐसे में यह जयंती 6 मई 2023 को मनाई जाएगी. नारद मुनि पृथ्वी, आकाश और पाताल लोक में देवी-देवताओं और असुरों तक संदेश पहुंचाया करते थे. नारद जी को लेकर मान्यता है कि ये भगवान विष्णु (Lord Vishnu) के अवतार थे. ऐसी ही कुछ और रोचक बातों के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं, तो चलिए जानते हैं बिना देर किए. 

क्या होता है उपछाया चंद्र ग्रहण, जानिए कैसा होगा 5 मई को लगने वाला Lunar Eclipse

नारद जी से जुड़ी रोचक बातें

  • सबसे पहले बता दें कि इनका नाम नारद क्यों पड़ा. शास्त्र के अनुसार 'नार' का अर्थ है जल. नारद जी ज्ञान, जल और तर्पण करने का काम करते थे, इसलिए ये नारद के नाम से जाने गए.  ऐसी भी मान्यता है कि नारद जी ब्रह्मा जी के कंठ से उत्पन्न हुए थे इन्हें संगीत, व्याकरण, भूगोल, इतिहास, पुराण, ज्योतिष, योग आदि शास्त्रों में पारंगत माना जाता था.

  • आपको बता दें कि नारद जी को ब्रह्मा जी ने अविवाहित रहने का श्राप दिया था. असल में एक बार नारद जी ने ब्रह्मा जी द्वारा सृष्टि के काम काज में शामिल होने की आज्ञा का पालन करने से मना कर दिया था, जिसके कारण उन्हें ब्रह्मा जी ने अविवाहित होने का श्राप दे दिया था.

  • शास्त्रों के अनुसार नारद जी ने कठोर तपस्या के बाद देवलोक में ब्रम्हऋषि का पद प्राप्त किया हुआ था. देवऋषि को भगवान विष्णु का प्रिय माना जाता था. किसी लोक में कोई भी दुख पीणा होती थी तो नारद जी भगवान के पास पहुंचाने का काम करते थे. इन्हें भगवान का मन कहा जाता है.  ऐसी भी मान्यता है कि देवऋषि पिछले जन्म में एक दासी के पुत्र थे. 

  • एक और मान्यता है कि नारद जी ने वन में कठोर तपस्या करने के बाद साक्षात नारद जी के दर्शन पाए थे. उनके रूप को देखकर नारद जी आत्मविभोर हो उठे थे. श्री कृष्ण ने उन्हें दर्शन देने के बाद कहा था नारद तुम निष्पाप और पवित्र हो इसलिए मेरे दर्शन तुम्हें मिला है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

ऑनस्क्रीन कपल नवाजुद्दीन-नेहा ने शेयर किया फनी वीडियो, फैंस को पसंद आई दोनों की केमिस्ट्री