Astrology: कुंडली के आठवें भाव में चंद्रमा को अच्छा नहीं माना जाता है. हालांकि इस भाव में भी चंद्रमा के प्रभाव से कई तरह के शुभ फल की प्राप्ति होती है. जातक काफी मेहनती और अपने लक्ष्य के प्रति भी गंभीर होता है. व्यक्ति स्वाभिमानी भी हो सकता है. आठवें भाव से स्वास्थ्य की भी जानकारी मिलती है. आमतौर पर स्वास्थ्य के लिहाज से यह भाव अच्छा होता है और किसी बड़ी शारीरिक परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता. आठवां भाव आयु, दुर्घटना, नुकसान, धन का नुकसान या आकस्मिक धन लाभ, बीमारी आदि के बारे में भी बताता है. इस भाव के कारक ग्रह शनि हैं.
चंद्रमा के सकारात्मक प्रभाव
आठवें भाव में अगर चंद्रमा किसी विपरीत ग्रह के प्रभाव में नहीं हैं, तो शुभ फल की प्राप्ति होती है. ये अपने जीवन लक्ष्यों के प्रति गंभीर होते हैं. कई स्रोतों से ज्ञान की भी प्राप्ति होती है. जातक काफी ईमानदार और दयालु होने के साथ ही वफादार भी होते हैं. चंद्रमा के प्रभाव से व्यक्ति रचनात्मक प्रवृत्ति वाला और स्वतंत्रता को पसंद करने वाला हो सकता है. जातक को स्वास्थ्य संबंधी किसी बड़ी समस्या का भी सामना नहीं करना पड़ता.
चंद्रमा के नकारात्मक प्रभाव
आठवें भाव में चंद्रमा के नकारात्मक प्रभाव की बात करें तो जातक में ईर्ष्या की भावना देखने को मिल सकती है. माता-पिता के साथ भी आपके रिश्ते कुछ खास बेहतर नहीं होंगे. शत्रु पक्ष से भी आपको परेशानी हो सकती है और नुकसान उठाना पड़ सकता है. स्वास्थ्य के लिहाज से भी आठवां भाव अच्छा नहीं माना जाता है. जातक को स्वास्थ्य संबंधी परेशानी हो सकती है. सर्दी, खांसी यानी जल जनित बीमारियों का खतरा भी हो सकता है. चंद्रमा के प्रभाव से माता के साथ भी जातक के संबंध बेहतर नहीं होते.
वैवाहिक जीवन पर प्रभाव
आठवें भाव में चंद्रमा वैवाहिक जीवन के लिए ज्यादा अच्छे नहीं माने जाते. हालांकि, जातक को विवाह के जरिए धन लाभ हो सकता है. कुंडली के आठवें भाव में चंद्रमा के प्रभाव से जातक में विपरीत गुण देखने को मिलते हैं, यानी महिला में पुरुष और पुरुष में महिलाओं के गुण देखने को मिलते हैं जिसका प्रभाव आपके प्रेम और दांपत्य जीवन पर देखने को मिल सकता है. ऐसे में रिश्तों में काफी समझदारी से आगे बढ़ने की जरूरत होगी.
करियर पर प्रभाव
आठवें भाव में चंद्रमा के प्रभाव से व्यक्ति को व्यापार में लाभ की प्राप्ति होगी. व्यक्ति अगर जुआ और सट्टा से दूर रहे तो उसे कई तरह से लाभ हो सकता है. धार्मिक कार्यों से भी लाभ होता है. जातक को अध्ययन और अध्यापन के क्षेत्र में भी सफलता मिलती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)