
kundali dhanshakti yog : कुंडली में ग्रहों के राशि परिवर्तन के साथ ही विभिन्न ग्रहों के साथ युति बनाने से कई तरह के योग का निर्माण होता है. ग्रहों के संयोग से बनने वाले कुछ योग जातक के लिए अनुकूल तो कुछ योग प्रतीकूल हो सकते हैं. यहां हम बात करेंगे शुक्र राशि से बनने वाले योग की. शुक्र ग्रह मई माह में मेष राशि में गोचर कर रहे हैं. शुक्र 29 जून 2025 तक मेष राशि में ही रहेंगे. इसके बाद वे स्वराशि वृषभ में गोचर करेंगे. मेष राशि के स्वामी मंगल हैं और मंगल अभी सिंह राशि में गोचर कर रहे हैं. ग्रहों के इस संयोग से कुंडली में धनशक्ति राजयोग बन रहा है. यह योग काफी महत्वपूर्ण होता है. शुक्र के इस संयोग का सभी 12 राशियों पर अच्छा और बुरा प्रभाव देखने को मिलता है.
कैसे बनता है ग्रहण योग
ग्रहण योग को अशुभ ग्रहों में से एक माना जाता है. चंद्रमा और राहु जब युति करते हैं, तो ग्रहण योग बनता है. चंद्रमा 16 जून को कुंभ राशि में प्रवेश कर रहे हैं. वहां पहले से ही राहु मौजूद हैं. ऐसे में चंद्रमा और राहु एक साथ मिलकर ग्रहण योग का निर्माण कर रहे हैं.
कुछ राशियों के लिए सकारात्मक तो कुछ के लिए रहेगा नकारात्मक
शुक्र के प्रभाव से बनने वाले धनशक्ति राजयोग का राशि चक्र की सभी राशियों पर अच्छा और बुरा प्रभाव देखने को मिल सकता है. हालांकि मिथुन, कर्क और वृश्चिक राशि वाले लोगों के लिए यह योग काफी लाभकारी साबित होगा.
धनशक्ति राजयोग के सकारात्मक प्रभाव
कुंडली में बनने वाले इस योग के प्रभाव से आपको जीवन में कई तरह के परिवर्तन देखने को मिलेंगे. आर्थिक मामलों में यह समय आपके लिए लाभकारी साबित होगा. व्यापार आदि शुरू करने के लिए भी यह समय शुभ रहेगा. कारोबार आदि में भी सफलता मिलेगी.
धनशक्ति राज योग योग के नकारात्मक प्रभाव
धनशक्ति राजयोग आम तौर पर शुभ फलदायी और सकारात्मक ही होता है. हालांकि ग्रहों के विशेष संयोग से बनने वाले इस योग के कुछ नकारात्मक प्रभाव भी देखने को मिलते हैं. इस योग के प्रभाव से जातक में अहंकार देखने को मिलता है. कई बार जातक में अति महत्वाकांक्षा की स्थिति देखने को मिलती है. पारिवारिक समस्या भी हो सकती है. जातक बेकार के खर्च भी कर सकता है.