स्टॉक ब्रोकरेज कंपनी जीरोधा के सीईओ नितिन कामथ की कामयाबी कई लोगों के लिए एक मिसाल है, लेकिन उन्हें इस मुकाम तक पहुंचने की प्रेरणा किससे मिली. क्या उनकी इंस्पिरेशन के पीछे कोई ऐसा लाइफ कोच है, जिसकी बातें सुनकर नितिन कामथ मोटिवेट हुए. उनकी कामयाबी का राज कुछ भी हो सकता है, लेकिन जीवन जीने का असल सलीका उन्होंने अपने ससुर से सीखा है, जो किराने की दुकान चलाते हैं. खुद नितिन कामथ ने इस सिलसिले में एक लंबी पोस्ट शेयर की है. और बताया कि, इस उम्र में भी उनके ससुर कैसे जिंदगी जीने का सही तरीका सिखा रहे हैं.
किराने की दुकान चलाते हैं ससुर
नितिन कामथ की नई पोस्ट के मुताबिक, उनके ससुर शिवाजी पाटिल एक समय में भारतीय सेना में थे. उन्होंने बतौर हवलदार वॉलेंट्री रिटायरमेंट ले लिया था. कारगिल की बर्फीली पहाड़ियों पर फ्रॉस्ट बाइट होने के बाद उन्होंने हाथों की उंगलियां गंवा दी. घर चलाने के लिए वो मेहतन करते रहे. नितिन कामथ लिखते हैं कि, अब जब वो खुद और उनकी पत्नी सीमा अच्छे मुकाम पर पहुंच चुके हैं. तब वो अपने ससुर से काम छोड़ आराम करने की रिक्वेस्ट करते हैं, लेकिन ससुर नहीं मानते. उल्टे आज भी किसी चीज में कितना मार्जिन है इस सवाल का जवाब वो बहुत खुशी-खुशी देते हैं.
यहां देखें पोस्ट