"मेरा नंबर कोई ट्रेस नहीं कर सकता... यह फ़र्ज़ी है...", यह एक स्कैमर का कबूलनामा है, जब उसका शिकार उसके काबू से बाहर निकल गया, और स्कैमर को ही चेतावनी देने लगा. माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट X (अतीत में ट्विटर) पर वायरल हो रहे इस वीडियो में यह समूची बातचीत सुनी जा सकती है.
मंगलवार को X पर पोस्ट किए गए इस वीडियो को ऑन्त्रेप्रेन्योर दीपक शेनॉय द्वारा ने रीट्वीट किया, और कैप्शन में लिखा, "बहुत बढ़िया काम... स्कैमर ने कॉल किया, उसने स्कैमर को उलझाए रखा, और उसका वक्त बर्बाद किया, और स्कैमर को हत्थे से उखाड़ दिया - कम से कम उतने वक्त तक किसी अन्य शख्स को भी ठगा नहीं जा सका... बेशक, हमें बेहतर समाधानों की ज़रूरत है... उम्मीद है, ये समाधान अहिंसक होंगे..."
इस वीडियो में सुना जा सकता है, कॉल करने वाला, यानी स्कैमर अपने संभावित शिकार को अपने खाते में ₹8999 'रिसीव' करने के लिए UPI PIN पंच-इन करने के लिए मना रहा है.
ऑनलाइन ठग अपने संभावित शिकार से अपना UPI PIN दर्ज करने का आग्रह करता है, और दावा करता है कि ऐसा करने से रकम उसके खाते में जमा हो जाएगी. वह कई बार कहता है, "आपको वेरिफिकेशन के लिए PIN दर्ज करना होगा..."
स्कैमर का 'शिकार' साफ़-साफ़ आरोप लगाता है, "तुम चाहते हो कि मैं अपना UPI PIN डाल दूं...? तुम फ़र्ज़ी (फ़ेक) फ़ोन नंबर से कॉल करके मुझे धोखा देने की कोशिश कर रहे हो..." इसे सुनकर पहले तो स्कैमर भौंचक्का होंने का ढोंग करता है, और आरोप से साफ़ इंकार करता है.
फिर 'शिकार' बोलता है, "रकम हासिल करने के लिए मुझे UPI PIN क्यों दर्ज करना चाहिए...? PIN तो सिर्फ़ रकम भेजने के लिए होता है..."
फिर यह शख्स चेताता है कि बातचीत को रिकॉर्ड कर लिया गया है, जिसमें स्कैमर की आवाज़ साफ़ सुनाई दे रही है. उसके बाद स्कैमर तुरंत कहता है, "तुम्हें मेरी असली आवाज़ नहीं सुनाई दे रही है, क्योंकि मैंने आवाज़ को बदलने वाला सॉफ़्टवेयर इस्तेमाल किया है..." और उसके बाद स्कैमर फ़ोन काट देता है, और रिकॉर्ड करने वाला शख्स कैमरे के सामने आकर देखने वालों से वीडियो को फैलाने की अपील करता है, ताकि अन्य लोगों को ठगी के ख़िलाफ़ चेतावनी मिल सके.
इस वीडियो को X पर अब तक 5 लाख से ज़्यादा बार देखा जा चुका है. हालांकि कुछ यूज़रों ने इसकी सत्यता पर सवाल भी उठाए हैं, और कहा है कि यह पहले से तैयार करके बनाया गया वीडियो हो सकता है.