एक बेहद जहरीले सांप (venomous snake) ने हाल ही में भारत से इंग्लैंड तक का लंबा सफर तय किया. जहरीले आरी के आकार का वाइपर भारत से एक शिपिंग कंटेनर में बैठकर विदेश पहुंच गया. सांप को पकड़ने के लिए एक ब्रिटिश पशु अस्पताल के कर्मचारियों को बुलाया गया था. लेकिन इसे संभालते समय उन्हें काफी सावधानियां बरतनी पड़ीं. इंग्लैंड के साउथ एसेक्स वाइल्डलाइफ हॉस्पिटल ने एक फेसबुक पोस्ट में इस घटना के बारे में जानकारी दी है.
अस्पताल के अनुसार, उन्हें भारत से एक शिपिंग कंटेनर में छिपे एक सांप को पकड़ने के लिए कॉल आया था. बीबीसी के मुताबिक, एक कारीगर को यह सांप चट्टानों के शिपिंग कंटेनर में मिला था. अस्पताल ने अपनी टीम भेजी जिसमें एक सांप विशेषज्ञ और एक पशु चिकित्सक शामिल थे. टीम ने तुरंत पहचान लिया कि ये सांप इंग्लैंड मं नहीं पाया जाता. फेसबुक पोस्ट में लिखा था, "आज आने वाली कई ब्रिटिश वन्यजीव प्रजातियों के अलावा, हमारे पास एक सांप के बारे में भी कॉल आया जो निश्चित रूप से उस देश में नहीं है, जहां उसे होना चाहिए था."
टीम समझ गई कि यह दुनिया के सबसे जहरीले सांपों में से एक है. अस्पताल ने कहा, "चूंकि इसकी पहचान आरी के आकार के वाइपर के रूप में की गई थी, इसलिए हम पूरी तरह से समझ गए थे कि ये सांप कितना खतरनाक है." पोस्ट ने सांप की प्रजातियों के बारे में और जानकारी भी दी. इसमें कहा गया है, "वे कुछ सबसे घातक सांपों में ऊपर हैं (ऐसा माना जाता है कि अन्य सभी प्रजातियों की तुलना में ये लोगों को अधिक मारते है)."
पोस्ट से हमें पता चला कि सांप को पकड़ने के लिए अस्पताल बुलाने से पहले अन्य अधिकारियों से भी संपर्क किया गया था. सांप को पकड़ लिया गया है और मानव संपर्क से दूर रखा गया है. अस्पताल ने कहा, "यह अब एक सीलबंद कमरे में एक बंद बॉक्स में है."
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लोगों ने अस्पताल के कर्मचारियों के प्रयासों की सराहना की.
एक यूजर ने लिखा- "अच्छा किया टीम, क्या खूबसूरत प्राणी है. ”
दूसरे ने कहा, "भले ही मैं सांपों का प्रेमी नहीं हूं, मैं बहुत खुश हूं कि यह सुरक्षित है और इतनी लंबी यात्रा के बाद इसे अपना शेष जीवन जीने को मिल रहा है. लोगों का इतना देखभाल करने वाला समूह होने के लिए आप सभी का धन्यवाद."
बता दें कि एक बार महाराष्ट्र में दो सिर वाले जहरीले सांप ने सबको चौंका दिया था. उसकी ये शारीरिक विशेषता एक आनुवंशिक विसंगति के कारण थी.