फ्लाइट में अमेरिकी थाली पर भारी पड़ी इंडियन थाली, मशहूर ट्रेवल ब्लॉगर ने शेयर किया एक्सपीरियंस

इस फूड ब्लॉगर ने भारत से अमेरिका तक की उड़ान तय की. इस बीच उसे भारतीय थाली यानी कि भारत में मिला खाना खाने का भी मौका मिला और अमेरिका पहुंच कर वहां का खाना खाने का भी मौका मिला.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins

लंबी उड़ान वाला सफर हो तो फ्लाइट के खाने के भरोसे ही ट्रेवल करना होता है. वैसे तो फ्लाइट में खाना बेहतर ही मिलता है, लेकिन जब बात दो देशों की आती है तो खाने में कुछ न कुछ अंतर हो ही जाता है. एक ट्रेवल ब्लॉगर ने ये अंतर साफ महसूस किया. इस ब्लॉगर ने भारत से अमेरिका तक की उड़ान तय की. इस बीच उसे भारतीय थाली यानी कि भारत में मिला खाना खाने का भी मौका मिला और अमेरिका पहुंच कर वहां का खाना खाने का भी मौका मिला. ब्लॉगर ने दोनों जगहों के खाने को टेस्ट किया और उनमें अंतर बताया

इंडियन फूड वर्सेस अमेरिकन फूड (Compares Indian Versus American Food)

मशहूर ट्रेवल ब्लॉगर कार्ल रॉक ने यूट्यूब पर ये वीडियो शेयर किया है, जिसमें उन्हें दो अलग-अलग तरह के मील मिले. इस मील को उन्होंने कंपेयर भी किया. कार्ल रॉक ने बताया कि, वो पहली बार प्रीमियम इकोनॉमी क्लास में सफर कर रहे हैं. वो इंडिया से अमेरिका तक की उड़ान भर रहे थे. इंडिया में जब उन्हें खाना सर्व हुआ, तब उन्हें एक चिकन डिश मिली, जो अलग-अलग सब्जियों के साथ थी. इसके अलावा सलाद अलग से मिली. दही भी मिला. मेन कोर्स के साथ मीठा भी खाने के लिए दिया गया. इसके अलावा नाश्ते में ऑमलेट, सॉसेज, सब्जियां, ब्रेड रोल, फल और दही भी सर्व किया गया.

इसके बाद उन्होंने न्यूयॉर्क पहुंचने पर सर्व हुआ मील भी शेयर किया, जिसमें उन्हें प्रोसेस्ड चिकन, बोरिंग चावल और फ्लेवरलेस स्लोप मिले.

यहां देखें वीडियो

आप को कौन सा मील पसंद है?

ट्रेवल ब्लॉगर ने दोनों खाने दिखाने के बाद सवाल भी किया है कि, आपको कौन सा खाना पसंद है. अब तक इस वीडियो को 8 सौ से ज्यादा व्यूज मिल चुके हैं. एक यूजर ने लिखा कि, इस ब्लॉगर को इंडियन खाना पसंद है. एक यूजर ने लिखा कि, अच्छी बात है कि वो इंडिया के खाने की तारीफ कर रहा है और अच्छी चीजें दिखा रहा है. एक यूजर ने लिखा कि, अमेरिकन मील देखने से पहले तक इंडियन मील बेकार लग रहा था.

Featured Video Of The Day
Khesari Lal Yadav Vs Chhoti Kumari: Chhapra Seat पर कौन पड़ेगा भारी? Bihar Elections 2025