किसी कंपनी में जॉब का इंटरव्यू देने जाएं तो एक सवाल जरूर होता है कि सैलरी कितनी लोगे. थ्री इडियट्स मूवी के बाद से ये सवाल वैसे भी बड़ा फेमस है. जिसका जवाब बहुत आसान नहीं है. जॉब प्रोफाइल, अपनी एजुकेशन, कैलिबर और कंपनी की जानकारी के आधार पर कैंडिडेट को बहुत सोच समझ कर ये जवाब देना होता है. उसके बाद भी निगोसिएशन की गुंजाइश बनी रहती है. बेंगलुरू (Bengaluru) की एक कंपनी का सीईओ इससे अलग है. जो कैंडिडेट को उनकी मुंह मांगी सैलरी ऑफर करता है. उसकी शेयर की हुई इस जानकारी के बाद दूसरी कंपनी के लोगों ने भी ये जानने की इच्छा जताई कि असेसमेंट कैसे होता है.
मुंहमांगी सैलरी पर नौकरी
जोको (Zoko) के को-फाउंडर और सीईओ अर्जुन वी ने अपने लिंक्डइन (LinkedIn) अकाउंट पर लिखा कि वर्ल्ड क्लास टैलेंट को हायर करने का सीक्रेट मिल गया है. हम उनसे सैलरी निगोशिएट नहीं करते. वो जितनी सैलरी मांगते हैं उतनी दे देते हैं. उन्होंने अपनी पोस्ट में आगे लिखा कि हम साल में एक बार रिवीजन करते हैं. अपने इस फैसले के पीछे उन्होंने चार कारण गिनाए. उन्होंने लिखा कि रीजन सिंपल है ऐसा करने से हम एक ट्रस्ट बिल्ड करते हैं. ये उनके काम के प्रति सम्मान जाहिर करता है. मनचाही सैलरी मिलने के बाद कैंडिडेट अच्छा परफॉर्म करता है. समय भी वेस्ट नहीं होता है. उन्होंने ये भी लिखा कि जब कोई कैंडिडेट कम सैलरी डिमांड करता है तब जरूर वो निगोशिएट कर ज्यादा सैलरी ऑफर करते हैं.
सीईओ ने पूछे सवाल
अर्जुन वी की इस पोस्ट ने दूसरी कंपनीज के सीईओ का ध्यान भी खींचा है. Ellow.io के सीईओ ने पूछा कि तब क्या करते हो जब कोई अनरियलिस्टिक हाइक की बात करता है. एक अन्य कंपनी की पदाधिकारी ने लिखा कि वो सालाना रिवीजन के बारे में जानना चाहती हैं. उसने आगे लिखा कि अगर ये मॉडल काम करता है तो बहुत अच्छे रिजल्ट मिलते होंगे. कुछ यूजर्स ने इसे ऑसम भी बताया और कुछ ने इसे मिनी गाइड की तरह यूज करने की सलाह भी दी.
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