इनमें दिख रही 3 महिलाएं बेहद हैं खास, 1885 की फोटो शेयर कर आनंद महिंद्रा ने कहा- ये हमारी प्रेरणा हैं

इस तस्वीर को शेयर करते हुए आनंद महिंद्रा ने लिखा है- ये तस्वीर 1885 में खींची गई है. इस तस्वीर में भारत की आनंदबाई जोशी, जापान की केइको ओकामी और सीरिया की सबत इस्लामबोली हैं. ये अपने समय की पहली डॉक्टर थी. ये सभी पेन्नसिलवनिया की मेडिकल की छात्रा रह चुकी हैं.

विज्ञापन
Read Time: 6 mins

देश के जाने-माने उद्योगपति आनंद महिंद्रा आए दिन सोशल मीडिया पर कुछ न कुछ शेयर करते रहते हैं. अभी हाल ही में उन्होंने एक तस्वीर शेयर की है. ये तस्वीर 1885 की है. इस तस्वीर में तीन महिलाएं हैं, जो बेहद ही खास हैं. इनके बारे में आनंद महिद्रा ने जानकारी देते हुए लिखा है कि ये तीनों अपने देश की पहली डॉक्टर हैं. आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि ये तस्वीर 1885 की है. देखा जाए तो आनंद महिंद्रा सोशल मीडिया के जरिए अपने फैंस को रोज़ कुछ न कुछ जानकारी देते रहते हैं. अभी हाल ही में उन्होंने इस तस्वीर को शेयर कर लोगों को एक नई और बेहतरी जानकारी दी है.

देखें तस्वीर

इस तस्वीर को शेयर करते हुए आनंद महिंद्रा ने लिखा है- ये तस्वीर 1885 में खींची गई है. इस तस्वीर में भारत की आनंदबाई जोशी, जापान की केइको ओकामी और सीरिया की सबत इस्लामबोली हैं. ये अपने समय की पहली डॉक्टर थी. ये सभी पेन्नसिलवनिया की मेडिकल की छात्रा रह चुकी हैं. आनंद महिंद्रा ने और जानकारी देते हुए लिखा है- आनंदबाई जोशी वाकई में हमारे लिए काफी प्रेरणादायी हैं. 9 साल की उम्र में इनकी शादी हो गई. 14 साल की उम्र में ये मां बन गई और 22 साल की उम्र में इनका निधन हो गया. लेकिन इनकी ज़िंदगी बहुत ही संघर्षभरी रही हैं. इन्होंने इस धरती पर एक अद्भुत पहचान छोड़ी है. इनसे हम सीख सकते हैं कि कुछ भी असंभव नहीं है.

इस तस्वीर को 1 लाख से ज्यादा व्यूज़ मिल चुके हैं. वहीं इस तस्वीर पर 2 हज़ार से ज़्यादा लाइक्स देखने को मिल रहे हैं. इस तस्वीर पर कई लोगों के कमेंट्स भी देखने को मिल रहे हैं. एक यूज़र ने कमेंट करते हुए लिखा है- वाकई में बहुत ही प्रेरक कहानी है. एक अन्य यूज़र ने लिखा है- इनके बारे में जानकर बहुत ही अच्छा लगा है.

Featured Video Of The Day
Bahraich Bhediya Attack: UP के चार जिलों में भेड़िए का आतंक, Exclusive Report से समझें ताजा हालात