रेत से चंद्रयान-3 बनाकर सुदर्शन पटनायक ने इसरो को दीं शुभकामनाएं, इंटरनेट पर वायरल हो रही तस्वीर

सैंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक ने एक्स पर एक तस्वीर शेयर की, जिसमें चंद्रयान-3 के चंद्रमा पर उतरने की खुशी में उनके छात्रों द्वारा बनाई गई एक कलाकृति है.

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रेत से चंद्रयान-3 बनाकर सुदर्शन पटनायक ने इसरो को दीं शुभकामनाएं

आखिर वो दिन आ ही गया. भारत आज चंद्रमा पर उतरने का एक और प्रयास कर रहा है. अगर यह सफल रहा, तो संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस और चीन के बाद भारत चंद्रमा (Moon) पर रोवर संचालित करने वाला चौथा देश होगा और निषिद्ध दक्षिणी ध्रुव के पास उतरने वाला पहला देश होगा. चंद्रयान-3 चंद्र मिशन (Chandrayaan-3 moon mission) पर सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि दुनिया भर की नजरें हैं. लोग अपने-अपने तरीके से इसरो (ISRO) के महत्वाकांक्षी अंतरिक्ष यान का समर्थन कर रहे हैं. सैंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक (Sand artist Sudarsan Pattnaik) ने एक्स पर एक तस्वीर शेयर की, जिसमें चंद्रयान-3 के चंद्रमा पर उतरने की खुशी में उनके छात्रों द्वारा बनाई गई एक कलाकृति है.

उनके छात्रों ने चंद्रयान-3 की चंद्रमा पर लैंडिंग की स्मृति में रेत की एक मूर्ति बनाई.

तस्वीर शेयर करते हुए उन्होंने लिखा, "ऑल द बेस्ट #Chandrayan3 मेरे छात्रों ने #Chandrayaan3 पर ओडिशा के पुरी समुद्र तट पर जय हो @इसरो संदेश के साथ एक रेत कला बनाई."

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प्रज्ञान नाम के रोवर को ले जाने वाला अंतरिक्ष यान 23 अगस्त को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाला है. आज शाम 6.04 बजे होने वाली चंद्रयान-3 की लैंडिंग का पूरे देश में लाइव टेलीकास्ट किया जाएगा. इसरो के वैज्ञानिकों ने चंद्रयान-3 के लैंडिंग से पहले के 20 मिनट को भारत के लिए " टेरर के 20 मिनट " कहा है.

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अगर सब कुछ ठीक रहा तो विक्रम चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास के क्षेत्र में उतरेगा. कुछ ही समय बाद, लैंडर चंद्रमा की सतह पर कॉफी टेबल के आकार के छह पहियों वाले रोवर- प्रज्ञान को तैनात करने के लिए अपने दरवाजे खोलेगा.

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