राजधानी पटना में आज भारतीय जनता पार्टी ने जनता दल (युनाइटेड) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. नीतीश कुमार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उन्होंने इस तरह के सत्ता परिवर्तन को गलत ठहराया. इस विरोध प्रदर्शन में भाजपा के पूर्व कैबिनेट मंत्री रविशंकर प्रसाद सहित सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया. बहरहाल, इस विरोध का जवाब राष्ट्रीय जनता दल ने एक छोटे से ट्वीट के जरिए दिया है. राजद की सोशल मीडिया टीम ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का एक पुराना ट्वीट निकाला है. यह ट्वीट 26 जुलाई, 2017 का है जब प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि “विशेष रूप से बिहार के उज्जवल भविष्य के लिए राजनीतिक मतभेदों से ऊपर उठकर भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ एक होकर लड़ना,आज देश और समय की माँग है.”
गौरतलब है कि 26जुलाई, 2017 को नीतीश कुमार ने इस्तीफा दे दिया था और राजद से अपने गठबंधन को तोड़ने का ऐलान किया था. उसी राजनीतिक घटना के परिप्रेक्ष्य में पीएम मोदी ने कहा था कि नीतीश का फैसला बिहार के हित में है.
प्रधानमंत्री मोदी के इस ट्वीट का जवाब राजद की सोशल मीडिया टीम ने दिया है. राजद ने अपने ट्वीट में कहा,” जी सर, बिहार ने यही किया है. केंद्र और राज्य में भाजपाई मंत्रियों ने गंद फैला रखा था/है. महका दिया था. संघी गुंडे नंगे होकर लाठी और तलवार लहराने लगे थे.”
देश के उज्जवल भविष्य के लिए लोकतंत्र की जननी बिहार विशेष रूप से विशेष निर्णय लेता है. यही आज देश और समय की माँग है. #कालचक्र
एक दूसरे ट्वीट में राजद ने फिर भाजपा पर हमला बोला. राजद ने इस ट्वीट के जरिए यह दावा किया कि बिहार के इस सत्ता परिवर्तन से तानाशाही अब कमजोर होने लगेगी. राजद ने कहा,”भारतीय लोकतंत्र पर चढ़ रही तानाशाही की परत उतरने की शुरुआत हो चुकी है. एक बार फिर बिहार ने ही देश को रास्ता दिखाया है!! तेजस्वी यादव को साधुवाद.”
राजद के इस ट्वीट पर ट्वीटर यूजरों की मिश्रित प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है. कोई इसे एक बढ़िया शुरूआत बता रहा है तो कोई इसे जंगल राज की वापसी.