Dediapada Python Rescue: डेडियापाड़ा के कोलीवाला गांव का शांत सा खेत...हवा बिल्कुल धीमी, जमीन ठंडी और बीच में पड़ा एक लंबा अजगर...नि:शब्द और बिल्कुल स्थिर. देखकर लोगों को लगा कि शायद इसकी सांसें रुक चुकी हैं. मगर किसे पता था कि कुछ ही पलों बाद इसी खेत में जिंदगी और मौत का ऐसा पलटवार देखने को मिलेगा. यह नजारा देखकर यकीनन किसी के भी रोंगटे खड़े हो जाएं. वीडियो शुरू होता है एक रहस्यमय दृश्य से...जहां गांव के लोग घबराए हुए वन विभाग को फोन करते हैं खबर पहुंचती है जीवदयाप्रेमी भाविनभाई वसावा तक और यहीं से ये 'अनसुना, अनदेखा और अनोखा' रेस्क्यू शुरू होता है.
ये भी पढ़ें:-4 युगों की कहानी कह रहे इस मंदिर के खंभे, आखिरी बचा कलयुग का स्तंभ, गिरते ही खत्म होगी दुनिया!
सिर पर चोट, सांसें बंद…ठंडा पड़ चुका था अजगर का शरीर (CPR python)
जब भाविनभाई और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची, तो उन्होंने देखा कि अजगर के सिर पर गहरी चोट है. अक्सर ऐसे केस में सांप कुछ ही मिनटों में दम तोड़ देता है. यहां भी हालात खराब थे. अजगर बेहोश था, उसकी सांसें लगभग खत्म थीं, लेकिन भाविनभाई ने वो किया, जो आम लोग सोच भी नहीं सकते. उन्होंने अजगर को CPR देना शुरू किया. हां, आपने सही पढ़ा...CPR. ये सब गांव वाले सांस रोके देखते रहे. ये ऐसा पल था कि जैसे खेत किसी फिल्म के सीन में बदल गया हो.
अचानक अजगर ने हल्का सा मूव किया और पूरा माहौल बदल गया (python saved with CPR)
करीब कुछ मिनटों की लगातार कोशिशों के बाद अजगर के शरीर में हलचल दिखी. पहले उसकी त्वचा में कंपन, फिर हल्की सी हरकत और फिर एक लंबी आवाज...इसका मतलब अजगर की सांस लौट आई थी. गांव में मौजूद लोगों ने राहत की सांस ली, वन विभाग की टीम भी दंग रह गई. इसके बाद टीम ने पूरे प्रोटोकॉल के साथ अजगर को सुरक्षित उठाया, उसकी चोट का निरीक्षण किया और फिर गहरे जंगल में उसे छोड़ा, ताकि वह बिना खतरे के अपनी प्राकृतिक जगह पर लौट सके. कई लोग कहते हैं कि सांपों के लिए CPR देने का ऐसा मामला बहुत कम देखने को मिलता है, इसलिए यह रेस्क्यू सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.
ये भी पढ़ें:-54 साल बाद अचानक सामने आ खड़ा हुआ 'क्रीचर', रेगिस्तान में छिपा था रहस्य, वैज्ञानिक भी नहीं समझ पाए कारण














