Air Pollution in Mumbai: दिल्ली के बाद अब मुंबई (Mumbai) में भी एयर पॉल्शून ही बढ़ता जा रहा है और हवा की गुणवत्ता (air pollution) बिगड़ती जा रही है. यहां तक कि मुंबई की वायु गुणवत्ता दिल्ली (Delhi) से भी बदतर थी. इन चिंताओं के बीच सोशल मीडिया (social media) पर एक वीडियो सामने आया है और लोगों में भारी गुस्सा है. वीडियो में लोगों को मुंबई के केम्प्स कॉर्नर (Mumbai's Kemps Corner) पर पटाखे फोड़ते (bursting crackers) देखा जा सकता है. Reddit पर अपलोड किए गए वीडियो में देखा जा सकता है कि, लोग अपनी गाड़ियां (vehicles) लेकर खड़ें हैं और सड़क पर जमकर पटाखे जलाए जा रहे हैं.
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वीडियो में आप इन पटाखों से होने वाले प्रदूषण के कारण खराब विजिबिलिटी (poor visibility) भी देख सकते हैं. Reddit पर वीडियो अपलोड करते समय यूजर ने लिखा, 'शहर की वायु गुणवत्ता RIP.' कैप्शन में आगे लिखा, 'दिवाली नजदीक आने के साथ, हमें एक गंभीर उथल-पुथल के लिए खुद को तैयार करने की जरूरत है. हममें से बहुत से लोग आम तौर पर स्वस्थ हो सकते हैं और अगले कुछ महीनों में इससे उबर सकते हैं, लेकिन मैं लोगों की श्वसन संबंधी समस्याओं और उनकी दुर्दशा की कल्पना नहीं कर सकता. हमारे पास यह कानूनी आवश्यकता क्यों नहीं हो सकती कि निर्माण के प्रत्येक xyz क्षेत्र के लिए वायु गुणवत्ता के बलिदान की भरपाई के लिए शहर की सीमा के भीतर x संख्या में पेड़ लगाए जाने की आवश्यकता है? यह महज़ अंधेरे में एक तीर है, लेकिन मुझे यकीन है कि ऐसे लोग हैं, जो मुझसे कहीं अधिक बुद्धिमान हैं, जो इस समस्या से निपटने के लिए बेहतर समाधान सुझा सकते हैं. विचार?.'
यूजर्स ने जताया गुस्सा
वीडियो देखने के बाद लोग पटाखेबाजी को लेकर गुस्सा जता रहे हैं. एक यूजर ने लिखा, 'हमारे यहां एक अरब त्योहार और कार्यक्रम हैं और उनमें से हर एक में चीजें जलाना, पटाखे जलाना, नदी में सामान डुबोना और सड़कों पर कब्जा करना शामिल है. फिर, ऐसी फैक्ट्रियां हैं जो बहुत कम या बिना किसी प्रदूषण नियम के चल रही हैं.' दूसरे ने लिखा, 'आत्मघाती व्यवहार. वास्तव में दुर्भाग्यपूर्ण है, लगभग 10-15 वर्षों में प्रत्येक नागरिक इसे याद रखेगा.'