महाकुंभ की भीड़ में खो न जाएं बच्चे, पैरेंट्स ने किया ऐसा जुगाड़, वायरल Video देख यूजर्स, बोले- ये विश्व स्तर पर होना चाहिए

महाकुंभ की भारी भीड़ में खोए बच्चों की समस्या का समाधान निकालने के लिए कुछ लोगों ने देसी जुगाड़ का यह कॉन्सेप्ट लागू किया है.

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महाकुंभ की भीड़ में खो न जाएं बच्चे, पैरेंट्स ने किया ऐसा जुगाड़

किसी भी समस्या का समाधान अपने अनोखे समाधानों का आविष्कार करके निकालना भारतीयों के डीएनए में है जो किसी भी स्थिति में जुगाड़ करके अपना काम पूरा कर ही लेते हैं. अब ये समाधान एक त्वरित समाधान, एक स्ट्रीट-स्मार्ट तकनीक, या कोई भी विचार हो सकता है जो किसी भी चीज़ के लिए काम कर सकता है. महाकुंभ की भारी भीड़ में खोए बच्चों की समस्या का समाधान निकालने के लिए कुछ लोगों ने देसी जुगाड़ का यह कॉन्सेप्ट लागू किया है.

दुनिया की सबसे बड़ी आध्यात्मिक सभा में लाखों की संख्या में श्रद्धालु एकत्रित होते हैं, अधिकारियों के लिए सबसे कठिन कार्यों में से एक इस विशाल भीड़ को प्रबंधित करना है. बड़े परिवारों के साथ यहां एकत्र हुए लोगों को बच्चों को संभालने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे मामलों में, बच्चे आसानी से अपने परिवारों से अलग हो जाते हैं, जिससे परिवार वालों और प्रशासन दोनों के लिए कापी मुश्किल हो जाती है.

देखें Video:

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ऐसी बार-बार आने वाली समस्या का समाधान करने वाला एक वीडियो इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया गया है, जिसने दर्शकों का काफी ध्यान आकर्षित किया है और वे इस अनोखे जुगाड़ से प्रभावित भी दिखे. वीडियो में बच्चों को अपनी पीठ पर कागज चिपकाए भारी भीड़ के बीच घूमते हुए दिखाया गया है. कागज़ की शीटों में उनके घर का पता और संपर्क जानकारी जैसे विवरण लिखे हुए थे ताकि लोग खो जाने की स्थिति में आसानी से उनकी पहचान कर सकें.

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एक सरल लेकिन सरल हस्तलिखित नोट प्रणाली भारत की जुगाड़ की परंपरा में एक मूल्यवान योगदान के रूप में मान्यता प्राप्त कर रही है. महाकुंभ में भारी भीड़ के बीच, यह कम लागत, कम तकनीक वाला दृष्टिकोण खोए हुए व्यक्तियों का पता लगाने के लिए आधुनिक जीपीएस ट्रैकिंग टूल का एक प्रभावी विकल्प साबित हुआ है.

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वीडियो पर कमेंट कर लोग इस अनोखी पहल की तारीफ कर रहे हैं और इसे "अत्यधिक व्यावहारिक रणनीति" कहा. उन्होंने इस विचार की सराहना की, कुछ दर्शकों ने यह भी कहा कि इस तरह की प्रभावी पद्धति का उपयोग न केवल भारत में किया जाना चाहिए बल्कि विश्व स्तर पर फैलना चाहिए. शेयर किए जाने के बाद से वीडियो को इंस्टाग्राम पर 89 हजार से ज्यादा लाइक्स मिल चुके हैं. एक यूजर ने कहा, “ये इंडिया वाले हैं चीन वालों से कम नहीं!” एक अन्य यूजर ने लिखा, “ये इंडिया है यहां बहुत टैलेंटेड टैलेंटेड लोग हैं!” इस वीडियो के बारे में आपका क्या कहना है? कमेंट करके बताइए.

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