इस गांव में दशकों से सिर्फ़ एक ही किडनी के सहारे जी रहे हैं, कम उम्र में बेच देते हैं

किडनी हमारे शरीर के लिए उपयोगी होता है. इसके बिना हम ज़िंदगी की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं. ज़िंदगी जीने के लिए ये बेहद ज़रूरी होता है. हम चाहते हैं कि हमारा शरीर स्वस्थ रहे. मगर आज हम आपको एक ऐसी कहानी बताने जा रहे हैं.

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किडनी (Kidney) हमारे शरीर के लिए उपयोगी होता है. इसके बिना हम ज़िंदगी (Life) की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं. ज़िंदगी जीने के लिए ये बेहद ज़रूरी होता है. हम चाहते हैं कि हमारा शरीर स्वस्थ रहे. मगर आज हम आपको एक ऐसी कहानी बताने जा रहे हैं, जिसे सुनकर आप दंग रह जाएंगे. दरअसल, नेपाल में एक ऐसा गांव है, जहां दशकों से लोग सिर्फ़ एक किडनी के सहारे रहते हैं. ये गांव ग़रीब है, इसलिए यहां के लोग किडनी बेच देते हैं. अपने शरीर का ध्यान रखे बगैर लोग किडनी धड़ल्ले से बेचते हैं. इस गांव को किडनी गांव भी कहा जाता है. आइए, विस्तार से पूरी ख़बर को जानते हैं.

इस गांव का नाम होकसे (Kidney Village Hokse) है. यह नेपाल में स्थित है. वाशिंगटन पोस्ट के अनुसार, यहां ग़रीबी के कारण लोग ऐसा फ़ैसला लेते हैं. अपनी ज़िंदगी की परवाह किए बगैर किडनी बेच देते हैं. इस गांव की रहने वाली गीता का कहना है कि उन्होंने लगभग दस साल पहले एक व्यक्ति के कहने पर किडनी निकलवाई थी, जिसके बदले उन्हें लगभग सवा लाख रुपए मिले थे. गीता के बाद कई लोगों ने अपनी किडनी बेच दी है. आज स्थिति ये है कि लगभग गांव के सभी लोग एक किडनी के सहारे जी रहे हैं. नेपाल में भूकंप आने के कारण लोग और ग़रीब होते गए. ऐसे में पैसे के अभाव के कारण ये फ़ैसला लेना पड़ रहा है.

 वाशिंगटन पोस्ट के अनुसार, अधिकतर युवक अपनी किडनी को 18- 20 साल की उम्र में ही बेच देते हैं. अब तो जैसे ये गांव का रिवाज़ बनता जा रहा है. गांव में जब भी किसी को पैसे की ज़रूरत होती है तो परिवार के किसी सदस्य की किडनी बेच दी जाती है. ये कहानी थोड़ा विचलित कर सकती है, मगर ये सच है.

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