Spirals Of Blue Light: न्यूजीलैंड (New Zealand) में स्टारगेज़र (Stargazers) रविवार की रात आसमान में अजीब सर्पिल प्रकाश संरचना (Spiralling Light Formations) देखी गई, जिसे देख लोग हैरान हो गए. सोशल मीडिया पर इन संरचनाओं की तस्वीरों को साझा भी किया गया है. न्यूजीलैंड के कई लोगों ने इसकी तुलना किसी प्रकार के 'वर्महोल' (wormhole) से की है. यह अनूठा नजारा नेल्सन शहर (Nelson) में देखा गया है.
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न्यूजीलैंड के आसमान में रविवार रात को एक रहस्यमयी रोशनी नजर आई, जिसके देखने के बाद लोग तरह-तरह के कयास लगा रहे हैं. न्यूजीलैंड के नेल्सन शहर के ऊपर गैस के सर्पिलिंग प्लम ने आसमान को जगमग कर दिया. यह मामला रविवार शाम 7.30 बजे के आसपास की है, जो स्टीवर्ट द्वीप (Stewart Island) से 750 किमी दक्षिण में दिखाई दे रहा था. इस दौरान लोगों ने आकाश में एक धुंधली सर्पिल आकृति देखी, जो नीले रंग की थी. कई लोगों ने इससे जुड़ी तस्वीरों को सोशल मीडिया पर भी शेयर किया है.
विशेषज्ञों (Experts) ने कहा कि, 'बादलों में दिखने वाला यह नजारा फाल्कन 9 रॉकेट (Falcon 9 Rocket) की वजह से था, जो कि ग्लोबलस्टार डीएम 15 उपग्रह (Globalstar DM15 Satellite) ले जा रहा था. इस असाधारण दृश्य को पहली बार न्यूजीलैंड के उत्तरी द्वीप के एक शहर नेल्सन (Nelson) के निवासियों ने देखा.
सोशल मीडिया (social media) पर वायरल (viral) इन तस्वीरों को देखने के बाद यूजर्स तरह-तरह के रिएक्शन दे रहे हैं. एक फेसबुक (Facebook) यूजर (Facebook user) इंच जस्टिन (Inch Justin) ने न्यूजीलैंड ग्रुप में खगोल विज्ञान (Astronomy) में पोस्ट किया कि, 'मैंने पोस्ट की गई इस तस्वीर के जैसा नजारा उच्च ऊंचाई पर रंगियोरा कैंटरबरी के पश्चिम में देखा.' वहीं दूसरे यूजर ने लिखा कि, 'हां, हम में से कई लोगों ने इसे हॉक्स बे से कैनिस मेजर के पास देखा, फिर उत्तर पूर्व की ओर बढ़ते हुए देखा.' एक अन्य यूजर ने कहा कि, 'यह निश्चित रूप से अच्छा है.'
द गार्डियन के मुताबिक, ऑकलैंड विश्वविद्यालय (Auckland University) के भौतिक विज्ञानी (Physicist) प्रोफेसर रिचर्ड ईशर (Prof Richard Easther) ने घटना के पीछे का कारण बताया कि, इस प्रकृति के बादल कभी-कभी तब बनते हैं, जब एक रॉकेट एक उपग्रह को कक्षा में ले जाता है. उन्होंने आगे कहा कि, 'जब प्रणोदक को पीछे से बाहर निकाला जाता है, तो आपके पास अनिवार्य रूप से पानी और कार्बन डाइऑक्साइड होता है, जो संक्षेप में अंतरिक्ष में एक बादल बनाता है, जो सूर्य द्वारा प्रकाशित होता है.' उन्होंने बताया कि, 'उपग्रह की कक्षा की ज्यामिति और जिस तरह से हम सूर्य के सापेक्ष बैठे हैं, इनका संयोजन अनूठे बादलों को उत्पन्न करने के लिए बिल्कुल सही था, जो दक्षिण द्वीप से दिखाई दे रहे थे.'
न्यू प्लायमाउथ एस्ट्रोनॉमिकल सोसाइटी (New Plymouth Astronomical Society) ने फेसबुक (Facebook) पर कहा कि, 'यह दरअसल स्पेसएक्स रॉकेट लॉन्च से 'ईंधन डंप' (fuel dump) या 'एग्जॉस्ट प्लम' (exhaust plume) हो सकता है, जैसा कि पहले भी इसी तरह के प्रभाव देखे गए हैं.'
प्रोफेसर ईशर के अनुसार (According to Professor Easther), जिस रॉकेट (rocket) की चर्चा हो रही है वह फाल्कन 9 था, जिसे स्पेस एक्स (SpaceX) ने रविवार को कम-पृथ्वी की कक्षा में एक उपग्रह भेजने के लिए इस्तेमाल किया था.
स्पेसएक्स (SpaceX) के प्रमुख एलन मस्क (Elon Musk) ने लॉन्च के लिए फाल्कन टीम (Falcon team) को बधाई दी. उन्होंने ट्विटर पर कहा, 'स्पेसएक्स फाल्कन टीम को 2 दिनों में 3 त्रुटिरहित प्रक्षेपणों को अंजाम देने के लिए बधाई!'
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