जीवन में कुछ बनने की ललक (Success Story) हो तो आपको कोई नहीं रोक सकता है. आज हम आपको ब्यूटीप्रेनूर (Jyotsna Reddy) ज्योत्सना रेड्डी के बारे में बताने जा रहे हैं. ज्योत्सना एक ऐसा नाम है, जिन्होंने छोटी सी उम्र में बड़ा मुकाम हासिल किया है. हाल ही में उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार 'चैंपियंस ऑफ चेंज' (Champions of Change) से नवाजा गया है. कोविड योद्धाओं के सम्मान का एक विशेष संस्करण है और इसे सामाजिक कल्याण, संस्कृति, शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल, स्वच्छ भारत अभियान और आकांक्षी जिलों में विशेष योगदान और राष्ट्रीय एकता के लिए श्रेणियों के अंतर्गत ज्योत्सना रेड्डी को इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. वह इस क्षेत्र में सबसे कम उम्र की पुरस्कार विजेता हैं.
महिलाओं और बच्चों के कल्याण, विकास में अहम योगदान देने वाली ज्योत्सना कोरोना के दौर में एक प्रभावशाली व्यापारिक नेता के तौर पर उभरी हैं. उन्होंने महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य किए हैं. उनके नेतृत्व में, उन्होंने अपने संगठन में जुनून पैदा किया है. नवोन्मेष और सशक्तिकरण का उत्साह रखने वाली ज्योत्सना ने भारतीय समाज की महिलाओं को एक गतिशील कार्य वातावरण बनाने के विचार की अवधारणा को जन्म दिया है. अपने सफर की शुरुआत के बारे में बात करते हुए वह कहती हैं, मैंने ब्यूटी और स्वच्छता के क्षेत्र में काम करने के लिए ऐसे प्रोड्क्ट्स को बनाने की शुरुआत की जो उपभोक्ता अनुभव को बढ़ावा दें और हर सेगमेंट में गुणवत्ता को फिर से परिभाषित करें. ताकि उन्हें बाजार के विकास की दिशा में प्रभावी ढंग से उन्हें लाया जा सके.
अपनी उपलब्धि के बारे में बात करते हुए ज्योत्सना रेड्डी ने कहा, सही माध्यमों और अवसरों के साथ बदलाव की शुरुआत की जा सकती है. आवाज और पहचान हमारे जीवन में समानता को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. सशक्तिकरण की अवधारणा बहुत ही कम उम्र में मुझे समझ आ गई थी. इस सम्मान को प्राप्त करना मेरे लिए सम्मान और बहुत गर्व की बात है. उन्होंने कहा कि यह पुरस्कार मेरे जीवन में एक विशेष स्थान रखता है क्योंकि यह परिवर्तन करने वालों की प्रेरणा, जुनून, भावना का एक वसीयतनामा है जो दुनिया को रहने के लिए एक बेहतर जगह बनाते हैं.