Unique Ad For Math Teacher: देश के मशहूर उद्योगपति और आरपीजी एंटरप्राइजेज के चेयरमैन हर्ष गोयनका (Harsh Goenka) अक्सर सोशल मीडिया पर मोटिवेशनल और इंस्पिरेशनल कंटेंट के चलते चर्चा का विषय बने रहते हैं. वह कभी पॉजिटिव कोट शेयर करते हैं, तो कभी किसी लेटेस्ट अपडेट पर अपना पॉइंट रखते नजर आते हैं. वहीं कभी कुछ खास टिप्स देते हुए, तो कभी तस्वीर में छिपे राज पर से पर्दा उठाने के लिए लोगों को कम समय में जवाब ढूंढ निकालने का चैलेंज देते नजर आते हैं. हाल ही में उनका एक ऐसा ही पोस्ट इन दिनों सोशल मीडिया पर हर किसी का ध्यान अपनी ओर खींच रहा है.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस पोस्ट को मशहूर बिजनेसमैन हर्ष गोयनका ने अपने ट्विटर हैंडल @hvgoenka से शेयर किया है, जिसमें एक स्कूल ने मैथ टीचर को हायर करने के लिए अपने एडवरटीजमेंट में कुछ ऐसा सवाल लिखा, जिसे देखकर आप दंग रह जाएंगे. हर्ष गोयनका ने पोस्ट को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, ''एड को देखिए.' दरअसल, हर्ष गोयनका ने एक स्कूल का जॉब एड ट्वीट किया है, जिसमें दिख रहे पोस्टर में नंबर नहीं, बल्कि एक सवाल है, जिसे हल करने पर आंसर ही फोन नंबर होगा. अगर आप भी इस मैथ टीचर के जॉब के लिए आवेदन करने की सोच रहे हैं, तो आपकी परेशानी और बढ़ने वाली है.
यहां देखें पोस्ट
आज के समय में लोग क्रिएटिव विज्ञापन देखना पसंद करते हैं. एक ऐसा ही क्रिएटिव विज्ञापन इन दिनों सोशल मीडिया पर छाया हुआ है, जिसमें मैथ के टीचर को हायर करने का इससे बेहतर तरीका और क्या हो सकता है. दरअसल, विज्ञापन में एक समीकरण को हल करने के लिए कहा गया है. इस पोस्ट इमेज में लिखा हुआ है, जॉब अपॉच्यूर्निटी, मैथ टीचर वांटेड, इसके बाद एक भारी भरकम फार्मूले की लाइन है, जिसके आगे लिखा है कि, कॉल करें. यानी आपको अगर इस पोस्ट के लिए आवेदन करना है, तो आपको सबसे पहले इस लंबे सवाल को हल करना होगा. यह जॉब एड गुजरात के नवसारी स्थित भक्ताश्रम स्कूल का बताया जा रहा है.
इस पोस्ट को अब तक 1.8 मिलियन लोग देख चुके हैं, जबकि 21.4K लोगों ने इस पोस्ट को लाइक किया है. वहीं 2 हजार से ज्यादा लोगों ने इसे रीट्वीट किया है. पोस्ट देख चुके यूजर्स इस पर तरह-तरह के मजेदार रिएक्शन दे रहे हैं. एक यूजर ने लिखा, 'समय की बचत. सवाल हल कीजिए और सीधे मैथ टीचर की जॉब पाइए.' दूसरे यूजर ने तो इस सवाल का जवाब ही दे दिया, यानि की नंबर निकाल लिया और लिखा कि, 'मैनें मैन्युअल रूप से खुद हल किया. कोई कैलकुलेटर नहीं, कोई मदद नहीं, कोई चेक नहीं और कुछ नहीं. बहुत ही कम समय में. पुरस्कार राशि तो मुझे ही मिलनी चाहिए.'