मोक्षभूमि पहुंच कर ख़ुश है जर्मनी की महिला, कहा- पितरों को याद करने का बेहतरीन मौका है

पितृपक्ष मेला 28 सितंबर से शुरू हुआ था, जो 14 अक्टूबर तक चलेगा. ऐसे में देश विदेश से लोग अपने पितरों की शांति और मुक्ति के लिए पिंडदान करते हैं.आजकल देखा गया है कि देश के अलावा विदेशी मेहमान भी पिंड दान करने आते हैं. 

विज्ञापन
Read Time: 14 mins

गया को ज्ञान (Knowledge) और मोक्ष का शहर कहा जाता है. यहां देश और दुनिया से लोग आते हैं. अभी हाल ही में पितृपक्ष मेला लगा हुआ है. देखा जाए तो भारत में गया ही एक ऐसा स्थान है जहां पूरे साल पितरों का श्राद्ध किया जाता है. गया में हर समय देश और दुनियाभर से लोग आते रहते हैं और अपने पितरों की मुक्ति के लिए श्राद्ध करते हैं. पहले तो सिर्फ भारतीय और आस-पास के देश के नागरिक ही आते थे, मगर अब विदेशों से भी लोग आ रहे हैं. अभी हाल ही में बिहार पुलिस ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया. इस वीडियो में देखा जा सकता है कि जर्मनी और यूक्रेन की कई महिलाएं गया में आई हुई हैं और पितरों की मुक्ति के लिए श्राद्ध कर रही हैं.

देखें वीडियो

वीडियो में देखा जा सकता है कि विदेशी महिलाएं पितृ पक्ष मेला में आई हैं. ये सभी महिलाएं पिंडदान करने आई हैं. पिंडदान के दौरान इनसभी ने बिहार पुलिस की तारीफ की. एक महिला ने कहा कि पुलिस की तरफ से बेहतरीन व्यवस्थाए की गई हैं. 

Advertisement

पितृपक्ष मेला 28 सितंबर से शुरू हुआ था, जो 14 अक्टूबर तक चलेगा. ऐसे में देश विदेश से लोग अपने पितरों की शांति और मुक्ति के लिए पिंडदान करते हैं.आजकल देखा गया है कि देश के अलावा विदेशी मेहमान भी पिंड दान करने आते हैं. 

Advertisement
Featured Video Of The Day
Maharashtra Assembly Elections 2024: अख़बारों में MVA और महायुति में ऐड वॉर