आंख में अगर धूल का छोटा सा कण भी चला जाए, तो इंसान दर्द से छटपटा उठता है. कई बार इस वजह से आंखें सूजी और लाल दिखने लगती हैं, लेकिन सात समंदर पार एक शख्स ऐसा भी है, जो करीबन 15 सालों से आंख में फंसी एक चीज से परेशान चल रहा था, जिसे देखकर डॉक्टर्स भी हक्के-बक्के रह गए. दरअसल, एक शख्स पिछले कई सालों से आंखों में हो रही दिक्कत का सामना कर रहा था, लेकिन जब उसने अस्पताल में अपनी आंखों की जांच करवाई, तो जांच करने वाले डॉक्टर भी हैरान रह गए.
आंखों में घुसा लड़की का टुकड़ा (wooden splinter in eye)
न्यूयॉर्क (nypost) पोस्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका के एक शख्स की आंखों में फंसी एक चीज को देखकर डॉक्टर भी चौंक उठे. बताया जा रहा है कि, एक शख्स अपनी आंखों का चेकअप कराने आया था. जांच में पता चला कि शख्स की आंख में 3 मिलीमीटर लंबा लकड़ी का एक टुकड़ा फंसा हुआ था, वो भी पिछले 15 साल से अधिक समय से. हैरानी की बात तो यह है कि, इतने सालों में शख्स को कभी अपनी आंखों में दर्द का अहसास तक नहीं हुआ.
आंखों की जांच (Eye diseases cause)
मिशिगन (Michigan) के डेट्रॉइट (Detroit) में क्रेसगे आई इंस्टीट्यूट (Kresge Eye Institute) में किए गए एक अध्ययन के अनुसार, बोस्टन का एक 30 वर्षीय शख्स डायबिटीज से पीड़ित होने के कारण अपनी आंखों (eyes) की जांच करा रहा था. कई बार डायबिटीज से पीड़ित लोगों को आंखों से जुड़ी समस्याएं हो जाती हैं. ऐसे में समय-समय पर आंखों की जांच करवानी पड़ती है. ऐसे में जब आंखों की जांच करवाने के बाद डॉक्टर के पास पहुंचा, तो उसकी रिपोर्ट देखकर डॉक्टर हैरत में पड़ गए.
आंखों में दर्द या चुभन (eye disease and treatment)
हार्वर्ड मेडिकल स्कूल (Harvard Medical School) और वेन स्टेट यूनिवर्सिटी (Wayne State University) के डॉक्टरों द्वारा बीएमजे केस रिपोर्ट्स (journal BMJ Case Reports) पत्रिका में साझा की गई तस्वीरों से शख्स के कॉर्निया (आंख की सबसे बाहरी परत) में एक लकड़ी का छोटा टुकड़ा दिखाई दे रहा है. शख्स के कॉर्निया की जांच में लकड़ी का टुकड़ा मिलने पर डॉक्टर (doctors) ने शख्स से पूछा कि, क्या उसे आंखों में दर्द या चुभन महसूस नहीं होती? जिस पर शख्स ने जवाब दिया नहीं. डॉक्टर के पूछने पर शख्स ने ये भी बताया कि, 15 साल पहले बागवानी करते समय उसे आंखों में चोट (injury) लग गई थी. उस वक्त काफी दर्द हुआ था, लेकिन खुद से ठीक होने के बाद उसने डॉक्टर को नहीं दिखाया.
डॉक्टरों ने शख्स को दी ये सलाह (doctors find wooden splinter in eye)
डॉक्टरों ने रिपोर्ट में कहा, आंखों में चोट लगने पर मरीज ने दर्द और असुविधा का अनुभव किया था, लेकिन कुछ समय बाद जब ना दर्द का अहसास हुआ और ना ही असहजता महसूस हुई, तो शख्स ने इलाज कराने की जरूरत नहीं समझी. वो तो शुक्र है कि शख्स की कॉर्निया में लकड़ी के टुकड़े से छेद नहीं हुआ, वरना आंखों की रोशनी भी जा सकती थी. डॉक्टर ने शख्स को भविष्य में आंखों में किसी तरह का दर्द या परेशानी होने पर तत्काल जांच कराने की सलाह दी है.