गौरेया की मौत पर पूरे गांव में छाया मातम, गांव वालों ने इंसान की तरह किया अंतिम संस्कार

गांव के ज्यादातर लोग गौरेया के निधन से हर कोई दुखी नजर आ रहे हैं. गौरैया (Sparrow) की मौत के बाद ग्रामीणों ने उसे दफनाने फैसला किया. दफनाए जाने के बाद उसकी याद में गांव वालों ने एक सुंदर मकबरा भी बनवाया.

विज्ञापन
Read Time: 15 mins
गांववालों ने चिड़िया की याद में एक सुंदर मकबरा भी बनवाया है.
नई दिल्ली:

कई बार ऐसी खबरें सुनने को मिलती है, जिन्हें सुन लगता है यकीनन इंसानियत से बढ़कर दुनिया में कुछ और नहीं हो सकता है. इन दिनों देशभर में एक ऐसी ही खबर खूब सुर्खियां बटोर रही है, जिसके बारे में सुनकर हर आपको थोड़ी हैरानी भी जरूर होगी. कर्नाटक (Karnataka) के चिक्कबल्लापुर जिले (Chikkaballapur District) में एक गौरैया (Sparrow) की मौत पर लोगों को गहरा सदमा लगा है. गौरैया (Sparrow) की मौत पर ग्रामीणों ने एक साथ इकठ्ठे होकर शोक जाहिर किया. 

एक जानकारी के मुताबिक यह गौरैया (Sparrow) गांव के लोगों के घर जाती थी और लोग उससे काफी हद तक जुड़ गए थे. इसलिए गांव के ज्यादातर लोग गौरेया के निधन से दुखी नजर आ रहे हैं. गौरैया (Sparrow) की मौत के बाद ग्रामीणों ने उसे दफनाने फैसला किया. दफनाए जाने के बाद उसकी याद में गांव वालों ने एक सुंदर मकबरा भी बनवाया. एक खास बात ये कि गौरैया के निधन के बाद 11वें दिन सभी लोगों ने आवश्यक विधि को भी संपन्न कराया. 

ये भी पढ़ें: महिला को बचाने के लिए पुलिस वालों ने उठा दी एसयूवी कार, लोग बोले- ‘ये होते हैं असली हीरो'

Advertisement

गौरैया को अंतिम श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उसकी याद में भोजन भी कराया. गांव के बुजुर्गों ने यह जिम्मेदारी अच्छी तरह से निभाई. गौरैया की याद में एक पंडाल बनाया गया था और उस पर गौरैया की तस्वीर वाले बैनर लगाए गए थे. इस गांव के निवासियों का कहना है कि चिड़िया उनके बरामदे में आती थी, जिससे उन्हें पता चलता था कि सुबह हो चुकी है वो उसके लिए मुट्ठीभर अनाज रखती थीं और चिड़िया अनाज के दाने लेकर उड़ जाती थी. बच्चे भी हर रोज गौरैया के आने का इंतजार करते थे. 
 

Advertisement
Featured Video Of The Day
Pakistan Train Hijack: क्या है BLA की मजीद ब्रिगेड, जिसने दिया हाईजैक को अंजाम, पहले भी कर चुका हमले