ऑस्कर विजेता वृत्त चित्र 'द एलिफेंट व्हिस्परर्स' में अपने पति बोम्मन के साथ अभिनय करने के बाद सुर्खियों में आई आदिवासी महिला बेली को तमिलनाडु सरकार ने राज्य की पहली महिला महावत सहायिका 'कैवेडी' के रूप में नियुक्त किया है. उन्हें नीलगिरी जिले में राज्य सरकार द्वारा संचालित थेप्पक्काडु हाथी शिविर में तैनात किया जाएगा.
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने सचिवालय में बेली को वन विभाग का नियुक्ति पत्र सौंपा. इस मौके पर शीर्ष अधिकारी और बेली के पति बोम्मन मौजूद थे.
एक आधिकारिक विज्ञप्ति में सरकार ने कहा कि उन्हें परित्यक्त शिशु हाथियों के पालन-पोषण में उनके समर्पण और अनुकरणीय सेवाओं को देखते हुए यह नियुक्ति दी गई है. अपनी नियुक्ति से पहले, बेली हाथियों की देखभाल करने वाली अस्थायी सहायक (कैवेडी) थीं.
नीलगिरी जिले के मुदुमलाई टाइगर रिजर्व में स्थित थेप्पक्काडु हाथी शिविर पूरे एशिया में सबसे पुराने हाथी शिविरों में से एक है. शिविर में प्रत्येक हाथी को जनजातीय समुदाय के एक महावत और सहायक द्वारा पाला जाता है.
बेली और बोम्मन नीलगिरी जिले के मुदुमलाई टाइगर रिजर्व में थेप्पक्काडु हाथी शिविर में महावत के रूप में काम करते हैं और हाथी के बच्चों की देखभाल करते हैं. तमिल भाषा के वृत्तचित्र ‘द एलिफेंट व्हिस्परर्स' को मार्च में ‘डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट सब्जेक्ट' श्रेणी में ऑस्कर पुरस्कार प्रदान किया गया था.
कार्तिकी गोंजाल्विज़ द्वारा निर्देशित 'द एलिफेंट व्हिस्परर्स' में हाथी के दो बेसहारा बच्चे रघु और अमू और उनकी देखभाल करने वाले बोम्मन और बेली के बीच अटूट संबंध को दिखाया गया है. इस वृत्त चित्र का निर्माण ‘सिख्या एंटरटेनमेंट' की गुनीत मोंगा और अचिन जैन ने किया है.