तालिबान से जान बचाकर भाग रही थी प्रेग्नेंट महिला, 33 हज़ार की ऊंचाई पर फ्लाइट में बच्चे को दिया जन्म

ताज मोह और नूरी अफगानिस्तान को छोड़ कर दूसरे देश जा रहे थे. वो दुबई के ज़रिए बर्मिंघम जा रहे थे, तभी रास्ते में 26 साल की नूरी को लेबर पेन हुआ. प्लेन में कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था. ऐसे में फ्लाइट के कर्मचारियों ने मिलकर बच्चे की डिलीवरी करवाई.

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इस समय अफगानिस्तान (Afganistan) की स्थिति बेहद ख़राब है. अफगानिस्तान में तालिबान (Taliban) का कब्ज़ा है. इस वजह से वहां के लोग अपना देश छोड़कर दूसरे देश में शरण ले रहे हैं. रोज़ कोई न कोई दिल दहलाने वाली ख़बर आ रही है. अफगानिस्तान छोड़ कर दूसरे देश में शरण लेने के कारण अफगानिस्तान की जनता को बहुत तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है. अपने देश छोड़ रहे एक महिला ने फ्लाइट में एक बच्चे को जन्म दिया. इस ख़बर को सुनने के बाद सभी लोग कह रहे हैं- ये आशा की किरण है. 

Independent की एक खबर के मुताबिक, ताज मोह और नूरी अफगानिस्तान को छोड़ कर दूसरे देश जा रहे थे. वो दुबई के ज़रिए बर्मिंघम जा रहे थे, तभी रास्ते में 26 साल की नूरी को लेबर पेन हुआ. दुर्भाग्य से प्लेन में कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था. ऐसे में फ्लाइट के कर्मचारियों ने मिलकर बच्चे की डिलीवरी करवाई. ये मामला फ्लाइट के अंदर हुआ. उस समय प्लाइट 33 हज़ार फीट की ऊंचाई पर थी. इस वजह से इनके मां-पिता ने इसका नाम हवा रखा है.

हवा की तस्वीर हो रही है वायरल

लाल रंग के कंबल में लिपटी बच्ची का नाम हवा है. उसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. तालिबानियों के डर से उसकी मां और पिता को काबुल छोड़कर दूसरे देश में जाना पड़ा. हवा इनकी तीसरी औलाद है. तस्वीर देखने के बाद सभी लोग कह रहे हैं- उदासी के माहौल में ज़िंदगी आई है. 

ये पूरी घटना टर्किश एयरलाइन्स की एक फ्लाइट में घटी है. ये फ्लाइट दुबई के रास्ते यूके जा रही थी. डॉक्टर नहीं होने पर फ्लाइट के सभी कर्मचारियों ने मिलकर बच्चे की डिलीवरी करवाई है.

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