मोबाइल फोन और टेक कंपनी एपल (Apple) की बड़ी सप्लायर कंपनी फॉक्सकॉन (Foxconn) ने गुरुवार को कहा कि कोरोना (corona) से जूझ रहे चीन में मौजूद उसकी iPhone फैक्ट्री में नए लोगों की भर्ती के समय एक "तकनीकी खामी" आ गई. इसके बाद कंपनी में ताज़ा श्रमिक असंतोष हुआ था. रॉयटर्स की खबर के अनुसार, बुधवार को दुनिया के चीन के झेंगझोऊ शहर में स्थित उसके सबसे बड़े iPhone प्लांट में मजदूरों ने सर्विलांस कैमरे तोड़ डाले और पुलिस के साथ भिड़ गए. इस बड़े फैक्ट्री में सैकड़ों कर्मचारी विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. चीन से बाहर आई विरोध प्रदर्शन की इस विरली तस्वीर के पीछे सख्त कोरोना पाबंदियों पर नाराज़गी और समय पर तनख्वाह नहीं मिलने को कारण बताया जा रहा है.
कर्मचारियों ने सोशल मीडिया पर फैली वीडियो में कहा कि उन्हें पता चला है कि फॉक्सकॉन बोनस पेमेंट में देरी करना चाहता है. कुछ कर्मचारियों ने शिकायत की थी कि उन्हें कोरोना पॉजिटिव कर्मचारियों के साथ डॉरमेट्री शेयर करने पर मजबूर किया जा रहा है.
इस पर फॉक्सकॉन (Foxconn) ने एक बयान में कहा, "हमारी टीम इस मामले को देख रही है और उसे नई भर्तियों के दौरान आई एक तकनीकी कमी का पता चला."
कंपनी ने बयान में आगे माफी मांगते हुए कहा, "हमारे कंप्यूटर सिस्टम में आए इनपुट एरर (Input Error) के लिए हम माफी मांगते हैं और गारंटी देते हैं कि पहले मानी गई तनख्वाह जितनी ही वास्तवित तनख्वाह रहेगी."
इससे पहले खबर आई थी कि चीन (China) में आईफोन (iPhone) बनाने वाली सबसे बड़ी फैक्ट्री में कोविड लॉकडाउन (Covid Lockdown) में फंसे लाखों कर्मचारियों के साथ बेहद बुरा बर्ताव हो रहा था. ताइवानी कंपनी फॉक्सकॉन (Foxconn) के कर्मचारी झांग ने बताया था कि "कोविड बबल" (Covid Bubble) को उनके उपर थोप दिया गया.
स्थानीय अधिकारियों ने एपल की बड़ी सप्लायर फैक्ट्री के आसपास का इलाका अब लॉकडाउन (Lockdown) में डाल दिया है. इससे पहले कर्मचारियों के पैदल ही फैक्ट्री (Factory) से भागने की खबरें आईं थीं. फैक्ट्री में उचित मेडिकल केयर की भी कमी थी.