नेपाल के नए प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड' ने अपने भारत दौरे को लेकर एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने शनिवार को कहा कि वो जल्द ही अपनी पहली विदेश यात्रा पर भारत जाएंगे. ‘प्रचंड' ने नेपाल के प्रधानमंत्री के रूप में पिछले साल 26 दिसंबर को शपथ ली थी. इससे पहले, उन्होंने नेपाली कांग्रेस के नेतृत्व वाले चुनाव पूर्व गठबंधन को नाटकीय रूप से छोड़कर विपक्ष के नेता के पी शर्मा ओली से हाथ मिला लिया था. बता दें कि ‘प्रचंड' तीसरी बार नेपाल के पीएम बने हैं.
चीन के करीबी समझे जाने वाले ‘प्रचंड' ने मंगलवार को विश्वासमत जीतने के बाद चुनिंदा पत्रकारों से शनिवार को कहा कि मैं जल्द ही भारत की यात्रा करूंगा. उन्होंने कहा कि इसके लिए राजनयिक स्तर पर तैयारियां जारी हैं. ‘प्रचंड' ने पत्रकारों से कहा कि संबंधित दूतावास मेरी यात्रा संबंधी तैयारियां कर रहे हैं. बहरहाल, नेपाल सरकार ने प्रधानमंत्री की भारत यात्रा के बारे में अभी कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है. यात्रा के कार्यक्रम को अभी अंतिम रूप नहीं दिया गया है.
नेपाली विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि हम अपने समकक्षों के सहयोग से तारीख और विस्तृत कार्यक्रम के साथ-साथ यात्रा के एजेंडे को अंतिम रूप देने में लगे हैं. प्रधानमंत्री द्वारा पद संभालने के बाद किसी पड़ोसी देश की यात्रा किया जाना एक सामान्य प्रक्रिया है और हम इसके लिए आंतरिक तौर पर हमेशा तैयार रहते हैं.
बता दें कि प्रचंड ने नेपाल के प्रधानमंत्री के रूप में अपने पिछले कार्यकालों के दौरान भी भारत की आधिकारिक यात्रा की थी. ‘प्रचंड' ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जे पी नड्डा के निमंत्रण पर पिछले साल जुलाई में भारत की यात्रा की थी. खास बात ये है कि नेपाल के प्रधानमंत्री शपथ ग्रहण करने के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा के लिए पारंपरिक रूप से भारत जाते हैं, लेकिन प्रचंड 2008 में पहली बार प्रधानमंत्री बनने पर पहले भारत जाने के बजाय ओलंपिक खेलों के उद्घाटन समारोह के लिए चीन गए थे. लेकिन प्रधानमंत्री के तौर पर अपने दूसरे कार्यकाल में उन्होंने सबसे पहले भारत की यात्रा की थी.