प्राइवेट मिलिटरी कंपनी वैगनर के प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन के मारे जाने की ख़बर है. उनकी मौत विमान हादसे में हुई है. ये विमान मॉस्को से उड़ा था और सेंट पीटर्सबर्ग जा रहा था. इस विमान में प्रिगोझिन के साथ कुल 10 लोग सवार थे. प्रिगोझिन तब सुर्खियों में आए थे, जब इसी साल जून में उन्होंने रूस के राष्ट्रपति पुतिन के ख़िलाफ़ विद्रोह का बिगुल फूंका था.कहा ये भी जा रहा है कि विमान हादसे से पहले दो धमाके की आवाज़ सुनाई पड़ी थी. इससे विमान पर हमले का शक भी जताया जा रहा है.
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रूसी अधिकारियों ने कहा कि विमान दुर्घटना में 10 लोगों की मौत हुई है, जिनमें वैगनर प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन भी शामिल हैं. विद्रोह का नेतृत्व करने से पहले वह व्लादिमीर पुतिन के काफी करीब थे.
जानें कौन हैं वैगनर ग्रुप के चीफ येवगेनी प्रिगोझिन
येवगेनी प्रिगोझिन को 1981 में हमले और डकैती का दोषी ठहराया गया था और 12 साल जेल की सजा सुनाई गई थी. उसने नब्बे के दशक में सेंट पीटर्सबर्ग में एक रेस्तरां खोला था. इसी दौरान उसकी व्लादिमीर पुतिन से दोस्ती हो गई और उसे 'पुतिन का शेफ' कहा जाने लगा. पुतिन का कद बढ़ता गया और वो उस समूह का हिस्सा बन गया जो सोवियत नेता जोसेफ स्टालिन का सम्मान करता था. बाद के दिनों में प्रिगोझिन ने भाड़े के सैनिकों के वैगनर समूह का गठन किया, जिसने 2014 में क्रीमिया और उत्तरी अफ्रीका और सीरिया में लड़ाई में हिस्सा लिया.
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वैगनर ग्रुप यूक्रेन में रूस की तरफ से लड़ रहा था. इस ग्रुप में ढेर सारे रूसी कैदियों को रिहा कर शामिल किया गया. इन्हें आजादी का लालच दिया गया था. लेकिन इनमें से हजारों सैनिकों की युद्ध के दौरान मौत हो गई.
2016: अमेरिका ने प्रिगोझिन पर प्रतिबंध लगाया
दिसंबर 2016 में अमेरिका ने प्रिगोझिन समेत 15 रूसियों पर प्रतिबंध लगाए थे. वैगनर ग्रुप ने 2014 में यूक्रेन से क्रीमिया पर कब्ज़ा करने में रूस की मदद की थी. इसीलिए यदि आप किसी भी यूक्रेनी नेता से पूछेंगे कि रूस के साथ युक्रेन की युद्ध की शुरुआत कब हुई तो उनका जवाब होगा 2014 न कि 2022. फरवरी 2018 में प्रिगोझिन को अमेरिकी ग्रैंड जूरी द्वारा 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में हस्तक्षेप करने के लिए दोषी ठहराया गया था. आरोप था कि प्रिगोझिन ने डोनाल्ड ट्रम्प के अभियान के समर्थन में फर्जी खबरें फैलाने में मदद की थी.
पुतिन के साथ कब बिगड़े रिश्ते?
पिछले साल अक्टूबर में पुतिन और प्रिगोझिन के बीच रिश्ते खराब होने लगे. यूक्रेन में लड़ने के लिए बुलाए जाने के बाद प्रिगोझिन ने पूर्वी यूक्रेन में रणनीतिक रूसी शहर लिमन से हटने के रूसी फैसले का विरोध किया था. उसने कहा कि यह वापसी रूस के लिए एक बड़ी शर्मिंदगी थी.इस साल फरवरी में प्रिगोझिन ने रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु और पुतिन के सबसे वरिष्ठ जनरल वालेरी गेरासिमोव पर अपने वैगनर ग्रुप को नष्ट करने के लिए गोला-बारूद और आपूर्ति रोकने का आरोप लगाया था. पिछले महीने मई में तब रूसी सरकार और प्रिगोझिन के बीच रिश्ते और खराब हुए जब उसने पूर्वी यूक्रेनी शहर बखमुत से अपने सैनिकों को वापस बुलाने की धमकी दी. जहां, अंततः उसके लड़ाकों ने यूक्रेन को एक भीषण युद्ध में हरा दिया. बखमुत में रूस-युक्रेन युद्ध की अब तक की सबसे महंगी लड़ाई लड़ी गई थी.