अमेरिेकी राष्ट्रपति जो बाइडन सोमवार को अफगानिस्तान मुद्दे पर व्हाइट हाउस से राष्ट्र के नाम एक संबोधन के साथ अपनी चुप्पी तोड़ेंगे. तालिबान के अफगानिस्तान पर कब्जा करने के एक दिन बाद जो बाइडन संबोधित करने जा रहे हैं. एक बयान में कहा गया है कि बाइडन अपनी छुट्टियों के बीच में ही खत्म करते कैंप डेविड के राष्ट्रपति निवास से वाशिंगटन लौटेंगे और व्हाइट हाउस से 'अफगानिस्तान पर टिप्पणी करेंगे.' बाइडन रात करीब 1:15 AM बजे संबोधित करेंगे.
अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद से वहां अफरा-तफरी मची हुई है. जान बचाने के लिए हजारों अफगान काबुल के अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर पहुंचे. वहां से कई वीडियो सामने आए हैं, जहां लोगों में भगदड़ मची हुई है. एक वीडियो में देखा गया कि लोग रवने पर एक हवाई जहाज के पीछे भाग रहे हैं. वही, एक वीडियो सामने आया था, जिसमें कुछ लोग विमान के पहिए और विंग पर लटके हुए हैं. वहीं, विमान ऊंचाई पर पहुंचा तो रिपोर्ट्स के मुताबिक तीन लोगों की आसामान से गिरकर मौत हो गई.
अफगानिस्तान में 'वैश्विक आतंकी खतरे' का मुकाबला करने के लिए विश्व को एकजुट होना चाहिए : UN चीफ
इसी बीच अफगानिस्तान पर तालिबान के नियंत्रण के एक दिन बाद भारत के शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों, विदेश नीति से जुड़े प्रतिष्ठानों और वरिष्ठ खुफिया अधिकारियों ने सोमवार को वहां तेजी से बिगड़ते हालात की समीक्षा की. इस समीक्षा बैठक से संबंधित जानकारों ने बताया कि रविवार की रात को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद वहां तेजी से बिगड़ते हालात के मद्देनजर सरकार की प्राथमिकता अफगानिस्तान में फंसे लगभग 200 भारतीयों को सुरक्षित स्वदेश लाना है. इनमें भारतीय दूतावास के कर्मी और सुरक्षाकर्मी शामिल हैं.
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी के देश छोड़कर चले जाने के बाद रविवार को तालिबान के लड़ाके काबुल में घुस गए. इसके साथ ही दो दशक लंबे उस अभियान का आश्चर्यजनक अंत हो गया जिसमें अमेरिका और उसके सहयोगियों ने देश में बदलाव लाने की कोशिश की थी.
देस की बात : अफगानिस्तान में क्या अमेरिका की शिकस्त हुई?