अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन बुधवार को इजरायल पहुंचे. उनके स्वागत के लिए इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू बेन गुरियन एयरपोर्ट पर पहले से ही मौजूद थे. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ऐसे समय पर इजरायल गए हैं जब हमास और इजरायल बीते कई दिनों से एक दूसरे पर हमला कर रहे हैं. बीते कई दिनों से चल रहे युद्ध में अभी तक चार हजार से ज्यादा लोगों के मारे जानें की खबर है और 10 हजार से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति का इजरायल का यह दौरा बेहद खास माना जा रहा है.
"मैं चाहता हूं कि दुनिया अमेरिका का स्टैंड समझे"
जो बाइडेन ने इजरायल पहुंचने के बाद पीएम नेतन्याहू के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि हमास ने ऐसा भयावह काम किया है कि अब वह ISIS की तरह ही दिखने लगा है. बाइडेन ने अपने सहयोगी इज़राइल और उसके सैन्य अभियान का पुरजोर समर्थन किया है .उन्होंने कहा कि 7 अक्टूबर को हमास के हमले में इजरायल में बड़ी संख्या में निर्दोष लोगों की मौतें हुई. जो गलत था. मैं आज यहां होना चाहता था. मैं चाहता हूं कि इजराइल के लोगों के साथ-साथ दुनिया के लोग ये जानें कि आज अमेरिका का क्या स्टैंड है.
बाइडेन ने आगे कहा कि हमास ने ऐसे अत्याचार किए हैं, जिससे कि अब ISIS भी कुछ हद तक तर्कसंगत लगने लगा है. हमें यह भी ध्यान में रखना होगा कि हमास सभी फ़िलिस्तीनी लोगों का प्रतिनिधित्व नहीं करता है, और हमास की वजह से ही आम फिलिस्तीनियों को परेशानी हुई है.
बता दें कि इजरायल और हमास के बीच बीते 12 दिनों से युद्ध जारी है. इस बीच मंगलवार की रात को गाजा के अस्पताल पर बड़ा हमला हुआ है. अस्पताल में हुए हमले में अभी तक करीब 500 से ज्यादा लोगों की मौत की खबर है. मरने वालों में मरीज और बच्चे भी शामिल हैं. इस हमले को लेकर अब विभिन्न देशों की तरफ से प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. अमेरिका और कई अन्य देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने इस हमले को गलत बताया है.
इस हमले को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति ने सुबह एक्स पर एक पोस्ट भी किया. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि मैं गाजा के अल अहली अरब अस्पताल में हुए विस्फोट और उसके परिणामस्वरूप हुई जानमाल की भयानक क्षति से खासा दुखी हूं. यह समाचार सुनते ही, मैंने जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला द्वितीय और इज़राइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू से बात की और अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा टीम को इस बारे में जानकारी जुटाने को कहा है ताकि पता चल सके कि आखिर ये हुआ कैसे है.
अमेरिका संघर्ष के दौरान नागरिकों के जीवन की सुरक्षा के लिए स्पष्ट रूप से खड़ा है और हम इस त्रासदी में मारे गए या घायल हुए मरीजों, चिकित्सा कर्मचारियों और अन्य निर्दोष लोगों के लिए शोक व्यक्त करते हैं.