अमेरिकी सेना ने गुरुवार शाम को यमन के लाल सागर के बंदरगाह शहर हुदायदाह और उत्तरी सआदाह प्रांत पर ताजा हवाई हमले किए. ये दोनों ही इलाके हूती विद्रोहियों के गढ़ माने जाते हैं. खबरों के मुताबिक, अमेरिका ने हुदायदाह के उत्तर-पश्चिमी इलाके अलकतीब तटीय क्षेत्र पर चार हवाई हमले किए, जहां कई सैन्य ठिकाने मौजूद हैं.
सादा में दूसरी बार हमला, इजराइल ने भी की कार्रवाई
अमेरिकी सेना ने सआदाह के अल-असाएद इलाके पर सुबह के बाद दूसरी बार हमला किया, ऐसा शिन्हुआ न्यूज एजेंसी ने बताया. ये हमले उस वक्त हुए जब इजराइली सेना ने यमन से छोड़ी गई एक मिसाइल को रोका. इस घटना से यरुशलम और कब्जे वाले वेस्ट बैंक के कुछ हिस्सों में हवाई हमले के सायरन बज उठे.
हूतियों का दावा: तेल अवीव पर हमला और US जहाज पर निशाना
हूती समूह ने दावा किया कि उन्होंने सुबह तेल अवीव के बेन गुरियन हवाई अड्डे पर लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल से हमला किया. उनका कहना है कि यह हमला इजराइल को गाजा में युद्ध रोकने, सीमा खोलने और मानवीय मदद पहुंचाने के लिए मजबूर करने के लिए था. इसके अलावा, हूतियों ने उत्तरी लाल सागर में अमेरिकी विमानवाहक पोत यूएसएस हैरी एस. ट्रूमैन पर भी गुरुवार तड़के हमला किया. यह शनिवार से इस जहाज पर पांचवां हमला था.
अमेरिकी हमलों में हूती ठिकानों पर निशाना, दर्जनों की मौत
अमेरिकी सेना ने शनिवार से हूती ठिकानों पर हवाई हमले फिर शुरू किए हैं. अमेरिका का कहना है कि ये हमले अंतरराष्ट्रीय शिपिंग की सुरक्षा के लिए हैं. हूती संचालित स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक, इन नए हमलों में दर्जनों लोग मारे गए हैं. हूती विद्रोही समूह 2014 में शुरू हुए गृहयुद्ध के बाद यमन के बड़े हिस्से, जिसमें रणनीतिक होदेदा बंदरगाह शामिल है, पर कब्जा जमाए हुए है.
ट्रंप की चेतावनी और हूतियों का जवाब
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को हूतियों को हमले रोकने की चेतावनी दी थी. उन्होंने कहा, "अगर हमले नहीं रुके तो ऐसा कहर बरपेगा, जो आपने पहले कभी नहीं देखा." दूसरी ओर, बुधवार को हूती प्रवक्ता याह्या सरिया ने कहा कि उन्होंने पिछले 72 घंटों में चौथी बार यूएसएस हैरी एस. ट्रूमैन पर हमला किया. उन्होंने दावा किया कि क्रूज मिसाइलों और ड्रोनों से किए गए इस हमले ने अमेरिकी हवाई हमले को नाकाम कर दिया.