"इज़रायल-हमास युद्ध को फैलने नहीं देने के लिए अरब राज्य दृढ़": US विदेश मंत्री

एंटनी ब्लिंकन (Antony Blinken On Israel-Gaza War) ने मिस्र की राजधानी काहिरा छोड़ने से पहले मीडिया से कहा, "मैं जिस भी देश में गया, वह यह सुनिश्चित करने के लिए दृढ़ संकल्पित थे कि यह संघर्ष न फैले."

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अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन

नई दिल्ली:

इजरायल और फिलिस्तीन के बीच चल रहे युद्ध (Israel Palestine War) के बीच इजरायल को अमेरिका से भरपूर समर्थन मिल रहा है. संघर्ष खत्म करने को लेकर अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने अरब देशों के बीच कूटनीतिक बातचीत की है. रॉयटर्स के मुताबिक ब्लिंकन आगे के रास्ते के बारे में बात करने के लिए सोमवार यानी कि आज इजरायल लौटेंगे. विदेश मंत्री ने कहा कि अरब देशों संग बातचीत में उन्होंने फिलिस्तीनी आतंकी गुट हमास के साथ इजरायल के संघर्ष को खत्म करने के लिए अमेरिका के दृढ़ संकल्प को साझा किया है. वहीं अमेरिका के शीर्ष राजनयिक गुरुवार को इजरायल पहुंचे थे. दरअसल इजरायल हमास के घातक हमले के जवाब में गाजा पट्टी पर जमीनी हमले की तैयारी कर रहा है. अमेरिका के शीर्ष राजनयिक कतर, जॉर्डन, बहरीन, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब और मिस्र भी गए थे.

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'संघर्ष न बढ़ें, इसके लिए दृढ़ संकल्पित'

इजरायल-फिलिस्तीन संघर्ष की वजह से अंतरराष्ट्रीय चिंता काफी बढ़ गई है. इसकी वजह से व्यापक क्षेत्रीय युद्ध शुरू हो सकता है. दरअसल ईरानी के विदेश मंत्री होसैन अमीराब्दुल्लाहियन ने रविवार को क्षेत्र में सभी पक्षों के हाथ ट्रिगर पर होने की चेतावनी दी थी. एंटनी ब्लिंकन ने मिस्त्र की राजधानी काहिरा छोड़ने से पहले मीडिया से कहा, "मैं जिस भी देश में गया, वह यह सुनिश्चित करने के लिए दृढ़ संकल्पित थे कि यह संघर्ष न फैले" ब्लिंकन ने कहा कि ये देश इजरायल-गाजा संघर्ष को रोकने के लिए खुद के प्रभाव, खुद के संबंधों का उपयोग कर रहे हैं. बता दें कि अमेरिका के विदेश मंत्री ने रविवार को रियाद में सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान और काहिरा में मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी से मुलाकात की. यहां पर मिस्र के राष्ट्रपति से उनको हमास हमले पर इजरायल की प्रतिक्रिया के बारे में  स्पष्ट मूल्यांकन मिला, इस घटना में 1,300 लोग मारे गए हैं. 

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'इजरायल की प्रतिक्रिया आत्मरक्षा के अधिकार से भी ऊपर'

अब्देल फतह अल-सिसी ने टीवी पर ब्लिंकन से कहा कि गाजा के खिलाफ इजरायल की प्रतिक्रिया आत्मरक्षा के अधिकार से परे चली गई. यह गाजा में 2.3 मिलियन लोगों के लिए सामूहिक सजा में बदल गई. बता दें कि हमास के हमले के बाद इजरायल ने गाजा पट्टी को नियंत्रित करने वाले आतंकी गुट को मिट्टी में मिला देने की कसम खाई है. 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमला कर हमसा के लड़ाकों नें पुरुषों, महिलाओं और बच्चों को गोली मार दी थी, साथ ही बहुत से लोगों को बंधक बना लिया था. इजरायल भी जवाबी कार्रवाई कर रहा है. गाजा के अधिकारियों के मुताबिक इजरायल की जवाबी कार्रवाई में अब तक  2,450 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं.

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)