पाकिस्तान (Pakistan) और अमेरिका (US) के शीर्ष सैन्य कमांडरों ने बृहस्पतिवार को रक्षा और सुरक्षा सहयोग तथा आपसी हितों और क्षेत्रीय सुरक्षा के अन्य मुद्दों पर बातचीत की. अमेरिका की केंद्रीय कमान के प्रमुख जनरल माइकल एरिक कुरीला ने अपने शिष्टमंडल के साथ रावलपिंडी स्थित पाकिस्तानी सेना के मुख्यालय (जीएचक्यू) का दौरा किया और सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा के साथ बैठक की. पाकिस्तानी सेना की ओर से जारी एक बयान में यह जानकारी दी गई.
बैठक के दौरान उन्होंने आपसी हितों, क्षेत्रीय सुरक्षा स्थिति और स्थायित्व, रक्षा तथा सुरक्षा सहयोग के मामलों पर चर्चा की.
उधर पाकिस्तान की सेना की आलोचना करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने बृहस्पतिवार को कहा कि सेना को इतिहास में देश में भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए कुछ नहीं करने के वास्ते जिम्मेदार ठहराया जाएगा. इस्लामाबाद में एक संगोष्ठी को संबोधित करते हुए पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ के नेता ने सेना के लिए “तटस्थ” शब्द का प्रयोग किया. उन्होंने कहा कि सेना को तटस्थ रहने की अपनी नीति पर पुनर्विचार करना चाहिए और देश की खराब होती आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए कदम उठाना चाहिए.
खान ने कहा, “मैं आज उन तटस्थ लोगों से पूछना चाहता हूं. क्या आपको पता है कि देश कहां जा रहा है? देश और अर्थव्यवस्था प्रगति कैसे कर सकते हैं जब आपको यह भी पता न हो कि अगले दो तीन महीने में क्या होगा. ''
गौरतलब है कि इमरान खान के शासन के दौरान पाकिस्तान और अमेरिका के रिश्तों में गिरावट आई थी. साथ ही इमरान खान ने खुद से सत्ता से बेदखल करने के पीछे अमेरिकी साजिश बताई थी.