गर्मियों के दिनों में या सर्दियां ख़त्म होने के साथ ही भारत में जंगलों की आग सुर्ख़ियां बनने लगती है. जंगलों की इस आग यानी दावानल से जान-माल का भी काफ़ी नुक़सान होता है. लेकिन सर्दियों के मौसम में जंगलों में आग अभी भारत में उतनी आम नहीं हुई है. लेकिन अमेरिका इन दिनों सर्दियों के मौसम में आग से जूझ रहा है. ख़ासतौर पर अमेरिका का दक्षिणी कैलिफोर्निया (California Fire) इलाका. इस आग से अमेरिका में अब तक 5 लोगों की जान जा चुकी है लेकिन हज़ारों घरों को इस आग ने राख में तब्दील कर दिया है. दुनिया भर में फिल्म इंडस्ट्री के सबसे मशहूर केंद्र कैलिफोर्निया के लॉस एंजिलिस को आग (Los Angeles Wildfires) ने अपना सबसे बड़ा शिकार बनाया है.
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आग की वजह से 1 लाख 30 हजार से ज्यादा लोग बेघर
वही लॉस एंजिलिस जहां हॉलीवुड के सितारे बसते हैं, जहां यूनिवर्सिल स्टूडियोज़ समेत दुनिया के कई नामी गिरामी फिल्म स्टूडियो हैं. इसीलिए लॉस एंजिलिस को दुनिया का एंटरटेनमेंट कैपिटल कहा जाता है. ये एंटरटेनमेंट कैपिटल पिछले दो दिनों से भयानक आग से जूझ रहा है. यहां के एक लाख तीस हज़ार से ज़्यादा लोगों को आग की वजह से अपने घर छोड़कर जाना पड़ा है. इनमें हॉलीवुड की कई मशहूर हस्तियां भी शामिल हैं. पेरिस हिल्टन, बिली क्रिस्टल, ऐडम ब्रूडी, जेम्स वुड्स, Anthony Hopkins, John Goodman, Mandy Moore जैसी हस्तियों के घर जल चुके हैं. Steven Spielberg, Diane Keaton और Ben Affleck जैसी हस्तियों को अपने घर छोड़कर जाना पड़ा है. दअसल उनके घर आग के बहुत क़रीब हैं.
अमेरिका में जो तूफ़ान पिछले दिनों आया उसकी हवाएं अमेरिका के पश्चिमी तट के बड़े और सूखे इलाके में जंगल में लगी आग को भड़काती चली गईं. हवा में उड़ते अंगारों ने एक के बाद एक हज़ारों घरों को अपनी चपेट में ले लिया. आग ने 42 वर्ग किलोमीटर इलाके को जलाकर राख कर दिया है. ये अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को शहर के क्षेत्रफल के बराबर है. कैलिफोर्निया के फायर फाइटर लॉस एंजिलिस में जंगल से आ रही तेज़ हवाओं के बीच आग बुझाने की कोशिशों में जुटे हुए हैं. कई अन्य राज्यों से भी दमकल कर्मियों को आग बुझाने के लिए बुलाया गया है. आग लगने की वजह से यहां कई सड़कें भी बंद हो चुकी हैं. एक लाख से ज़्यादा लोगों को अपने घर छोड़कर भागना पड़ा है. इन लोगों के सामने रहने खाने की भी समस्या खड़ी हो गई है.
लॉस एंजिलिस में आग भड़कने की वजह क्या?
लॉस एंजिलिस काउंटी फायर चीफ़ के मुताबिक एक हज़ार से ज़्यादा ढांचो को इस आग से नुक़सान पहुंचा है और लॉस एंजिलिस में कम से दो लोगों की मौत हुई है. यहां आग मंगलवार की शाम पहाड़ी ढलान से शुरू हुई और तेज़ी से आबादी वाले इलाकों में पहुंच गई. उधर पैसिफ़िक पैलिसेड्स में पहाड़ी के साथ लगे तटीय इलाके में भी मंगलवार को आग फैल गई. यहां तट पर कई नामी गिरामी हस्तियों के घर हैं. आग लगने के कारण जब सड़कें बंद हो गईं तो जो जैसे आग से बचकर भाग पाया वो भागा. कई लोगों ने अपने वाहन भी पीछे ही छोड़ दिए. लॉस एंजिलिस के मेयर के मुताबिक विमानों से भी पानी गिराकर आग बुझाने की कोशिशें जारी हैं. लेकिन मंगलवार को इसमें काफ़ी दिक्कतें आईं, क्योंकि हवाएं इतनी तेज़ थीं कि विमान उड़ ही नहीं पाए और आग तेज़ी से फैलती चली गई.
धधकती आग, इमारतें स्वाहा
आग से कितने बड़े पैमाने पर नुक़सान हुआ है इसके लिए आग से पहले और बाद की कुछ तस्वीरें देखिए. ये तस्वीरें लॉस एंजिलिस से दक्षिण में प्रशांत महासागर के तट पर पैसिफिक कोस्ट हाइवे की हैं. आग से पहले समुद्र तट पर एक के बाद एक कई शानदार इमारतें दिखाई दे रही हैं लेकिन मंगलवार से लगी आग जब फैली तो एक के बाद एक इन सभी को आग में निगलती चली गईं. आग की वजह से सभी घर राख हो चुके हैं. आसपास की हरियाली भी आग से पूरी तरह झुलस चुकी है. ये बता रहा है कि किस तरह से हवा ने आग को भड़काया और आगे बढ़ाती गई.
कैलिफोर्निया के Altadena इलाके में Eaton से आग शुरू हुई इसीलिए इसे Eaton fire कहा गया. तेज़ हवा से ये और भड़कती चली गई. भयानक आग ने बड़े रिहायशी इलाके को अपनी चपेट में ले लिया. यहां पहले और बाद का अंतर देखा जा सकता है. घर, पेड़ समेत सब कुछ जल चुका है. अरबों का माली नुक़सान हुआ है. समय रहते अधिकतर लोग अपने घरों से निकल गए इसलिए जान का नुक़सान कम हुआ है. इस आग से दक्षिण कैलिफोर्निया में एक लाख तीस हज़ार लोगों को अपने घर छोड़कर जाना पड़ा.
आग है या युद्ध का मैदान! शहर हुआ वीरान
आग की इन तस्वीरों को देखकर लगता है कि जैसे किसी युद्ध ग्रस्त इलाके से गुज़र रहे हों, जहां दुश्मन ने हर घर में आग लगा दी हो. लॉस एंजिलिस के Pacific Palisades इलाके में कोई मकान ऐसा नहीं बचा जो जला न हो. सिर्फ़ जला ही नहीं है बल्कि ऐसा जला है कि घर में कुछ दीवारों के अलावा कुछ नहीं बचा. यहां के अधिकतर घरों में लकड़ी का इस्तेमाल होता है इसलिए आग में वो धूधू कर जलते चले गए. उसके बाद एक तड़क भड़क भरा शहर जहां हर वक़्त रौनक रहती है वहां ऐसी मुर्दानगी सी छा गई. यहां के लोगों को यकीन ही नहीं हो रहा कि उनके आसपास आग ने एक ही दिन में ऐसी बर्बादी कर दी है कई लोगों के पास इसके लिए शब्द ही नहीं हैं.
आग पर काबू पाना मुश्किल क्यों?
आग की एक नहीं कई घटनाएं यहां एक के बाद एक सामने आईं. कैलिफोर्निया प्रशासन के मुताबिक पहली आग लॉस एंजिलिस के पड़ोस में पैसिफ़िक पैलिसेड्स इलाके में मंगलवार की सुबह लगी और फिर फैलती चली गई. आग लगने की वजह का अभी तक पता नहीं चला है, लेकिन इस आग पर काबू पाना काफ़ी मुश्किल है. तेज़ हवाओं के कारण ये फैलती जा रही है.
आग की दूसरी घटना Eaton इलाके में मंगलवार को शाम छह बजे सामने आई. इसे Eaton Fire कहा गया. ये भी तेज़ हवाओं के कारण तेज़ी से फैलती चली गई. तेज़ हवाओं की वजह से इस आग पर भी अभी तक काबू नहीं पाया जा सका है. मंगलवार को ही लॉस एंजिल्स के उत्तर पश्चिम में सैन फर्नैंडो वैली के Sylmar इलाके में तीसरी आग लगी. जिसे Hurst Fire कहा जा रहा है. इस आग पर 10% काबू ही पाया जा सका है.
सर्दियों में कैसे धधकने लगा कैलिफोर्निया?
बुधवार को कैलिफोर्निया में पांच और जगहों पर आग की घटनाएं हुईं. लॉस एंजिलिस में तीन जगहों पर, वेंचुरा में एक जगह और नदी किनारे टाइलर में. अधिकतर जगहों पर आग पर काबू नहीं पाया जा सका है. फ़ायर फाइटर्स और नौसेना के विमान और हेलीकॉप्टर आग बुझाने में लगे हुए हैं. कैलिफोर्निया में आम तौर पर जंगलों में आग की ऐसी घटनाएं जून और जुलाई के महीनों में सामने आती रही हैं, जब गर्मियां अपने चरम पर होती हैं. अक्टूबर तक आग की ऐसी घटनाएं होती रहती हैं. लेकिन इस बार सर्दियों के सबसे ठंडे महीने जनवरी में ही जंगलों में आग लग गई. दुनिया की कई रिसर्च बताती हैं कि क्लाइमेट चेंज की वजह से साल में fire weather के दिन बढ़ रहे हैं. यानी वो दिन जब हालात आग भड़कने के लिए ज़्यादा माकूल हो सकते हैं.
कैलिफोर्निया ऐसा ही एक इलाका है जहां फायर वैदर के दिन बढ़ गए हैं. इस बार गर्मियों का मौसम काफ़ी गर्म रहा और उसके बाद के महीनों में बारिश भी बहुत कम हुई. साल के इन दिनों में कैलिफोर्निया में जो हवाएं चलती हैं उन्हें Santa Anna winds कहा जाता है. सूखे मौसम में अगर आग लग जाए तो ये तेज़ सूखी हवाएं उसे भड़का भी देती हैं और काफ़ी दूर तक भी ले जाती हैं. ये हवाएं दक्षिणी कैलिफोर्निया के अंदरूनी इलाकों से तट की ओर चलती हैं और इस महीने बीते एक दशक में कैलिफोर्निया में इन हवाओं की रफ़्तार सबसे अधिक रही और डेढ़ सौ किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच गईं. ये हवाएं अभी और चलेंगी इसलिए आग कुछ और दिन खिंच सकती है.
लॉस एंजिलिस में आग भड़कने बड़ी वजह जानिए
ये तेज़ हवाएं आग को भड़काती हुई पहाड़ों से नीचे घाटियों की ओर ले आई हैं, जहां काफ़ी लोग रहते हैं. और इसीलिए इन इलाकों में आग से सबसे ज़्यादा नुक़सान दिख रहा है. कैलिफोर्निया में क़रीब एक दशक तक सूखा रहा जो दो साल पहले ही ख़त्म हुआ है. नमी के साथ इन इलाकों में तेज़ी से झाड़ियां और पेड़ बढ़े जो सूखे के दौरान आग के लिए सबसे अच्छा चारा साबित हुए. इसके बाद पिछली गर्मियां काफ़ी ज़्यादा गर्म रहीं और उसके बाद बारिश के मौसम में बारिश औसत से काफ़ी कम रही और फिर सर्दियां भी सूखी ही रहीं.
सैंटा एना हवाएं अंदरूनी इलाकों में उच्च दबाव के कारण सूखी हवाओं को तट की ओर लाती हैं और आग को भड़काने का काम करती हैं. इन हवाओं से पहाड़ों और घाटियों में पेड़ पौधों में नमी कम हो जाती है, वो सूखने लगते हैं, जिससे लॉस एंजिलिस के ठीक उत्तर पश्चिम की ओर सैंटा मोनिका माउंटेन्स से लगे इलाकों में आग भड़कने की संभावना बढ़ जाती है. सैंटा मोनिका और सैन ग्रैबियल पहाड़ियों की तीखी ढलानें और घाटियां आग भड़कने की आशंका को और बढ़ा देती हैं.
इन वजहों से जंगल मेें लगती है आग, सावधान!
दक्षिणी कैलिफोर्निया में आग से जान माल का नुक़सान बढ़ने की एक और वजह ग्रेटर लॉस एंजिलिस इलाके में पहाड़ियों के साथ साथ आबादी का काफ़ी बढ़ना है. यहां वो इलाके हैं जो अमेरिका में सबसे महंगे माने जाते हैं और जहां अमेरिका की कई जानी मानी हस्तियां ख़ासतौर पर बॉलीवुड की हस्तियों ने अपने घर बनाए हुए हैं. इन इलाकों में बसावट से जंगल की आग और भयानक हो जाती है. आग लगने की आशंकाएं बढ़ जाती हैं. अमेरिका के वन विभाग की एक रिसर्च के मुताबिक वहां के जंगलों में आग की 85% वजह मानवजनित हैं. यानी इंसानी कारणों से आग लगती है. जैसे टेंटिंग के दौरान कैम्प फायर के बाद अगर कोई आग ठीक से न बुझाए तो आग लग सकती है. कूड़ा जलाने से, बिजली के उपकरणों के इस्तेमाल से, अधजली सिगरेट से और इसके अलावा बिजली गिरने और बिजली के तारों में स्पार्किंग भी आग का कारण बनती हैं. यहां बने आलीशान घरों में अक्सर ऐसी सामग्री इस्तेमाल होती है जो आसानी से आग का निवाला बन जाती है और उसे दूसरे घरों तक फैला देती है.
जंगलों की आग कोई अनहोनी नहीं!
इस आग से लॉस एंजिलिस का कितना बड़ा इलाका अभी तक चपेट में आया है, इसका अंदाज़ा आप इस ग्राफिक्स से लगा सकते हैं. ये आग अब तक 29 हज़ार एकड़ से ज़्यादा इलाके में फैली है जो फ्लोरिडा के डिज़्नी वर्ल्ड के बराबर है या फिर अमेरिका के मैनहटन आइलैंड से दोगुना बड़ी है. कैलिफोर्निया के जंगलों में आग लगना कोई अनहोनी घटना नहीं है. हमेशा से यहां के जंगलों में आग लगती रही है. इससे पहले इससे भी भयानक आग वहां लग चुकी हैं. साल 2017, 2018 में जो आग लगी उसने इस बार अब तक की आग से ज़्यादा बड़े इलाके को अपनी चपेट में लिया था. इन दोनों ही सालों में काफ़ी माली नुक़सान हुआ. साल 2018 में तो क़रीब 23 हज़ार ढांचे बर्बाद हो गए. इसकी वजह ये है कि जंगल के जिन इलाकों में आग लगी वहां आबादी काफ़ी ज़्यादा बस चुकी थी.
2019 में आग इतनी भयानक नहीं रही लेकिन 2020 की आग तो बहुत ही भयानक थी, जिसमें 43 हज़ार एकड़ से ज़्यादा इलाका आग में स्वाहा हो गया था. इस साल 11 हज़ार से ज़्यादा मकान आग की भेंट चढ़ गए. साल 2021 की आग भी 25 लाख एकड़ से ज़्यादा इलाके में फैली. इस साल साढ़े तीन हज़ार ढांचे आग में बर्बाद हुए. ये पूरा वो समय था जब कैलिफोर्निया लगातार सूखे से जूझ रहा था. साल 2022 और 2023 में आग तो लगी लेकिन उसका इतना विस्तार नहीं हुआ. इसकी वजह ये रही कि क़रीब तीन साल पहले कैलिफोर्निया का सूखा ख़त्म हुआ.. वहां बारिश होने से नमी बढ़ी लेकिन फिर इस साल गर्मियां बहुत ज़्यादा गर्म होने और उसके बाद बारिश बहुत कम होने के कारण जंगलों में आग लगी है. अंतर सिर्फ़ इतना है कि इस बार सूखा इतना था कि जनवरी के सबसे सर्द महीने में ही आग लग गई.
आग लगने के पीचे पर्यावरण का रोल जानिए
अमेरिका की Environmental Protection Agency के मुताबिक क्लाइमेट चेंज के कारण आग लगने की घटनाएं बढ़ी हैं, सूखे मौसम की अवधि बढ़ी है और जंगलों का बड़ा इलाका आग के दायरे में आता जा रहा है. तो साफ़ है कि जंगलों में आग लगने की आशंका तब सबसे अधिक होती है जब बारिश कम हुई हो, या लंबे समय से न हुई हो और सूखा पड़ रहा हो. इसका एक आकलन The Palmer Drought Severity Index (PDSI) से आता है जो सूखे की गंभीरता का अंदाज़ा देता है जिससे जंगलों की आग की आशंका बढ़ जाती है.
अमेरिका में सबसे ताज़ा PDSI इंडेक्स हमें नवंबर 2024 का मिला जो साफ़ बता रहा है कि कैलिफोर्निया का एक बड़ा इलाका सूखे की चपेट में जा रहा था. दिसंबर के महीने में सूखे की स्थिति और गंभीर हुई. हालांकि इस मैप में अमेरिका के कई और इलाके इससे भी ज़्यादा सूखे की चपेट में जा रहे हैं लेकिन फिलहाल आग कैलिफोर्निया के जंगलों में ही सबसे अधिक लगी हुई है इसलिए उस इलाके पर ही ध्यान केंद्रित करते हैं. कैलिफोर्निया में जंगलों की आग इतनी भयानक होने के पीछे पर्यावरण के कई कारक ज़िम्मेदार हैं. जैसे सूखा, बारिश की कमी और मिट्टी में नमी की कमी.
अमेरिका में सूखे की स्थिति देखिए
अमेरिका के National Integrated Drought Information System के तीन ताज़ा मैप पहले से ही इस बात का संकेत दे रहे थे कि माहौल यहां जंगलों में आग के अनुकूल होता जा रहा है. The U.S. Drought Monitor (USDM) यानी अमेरिका में सूखे की स्थिति को मापने वाला सबसे ताज़ा मैप जो 31 दिसंबर तक की स्थिति बता रहा है. इसमें पांच रंग दिख रहे हैं. पीले रंग से D0 रेटिंग वाला इलाका ऐसा है, जहां सूखा आ सकता है लेकिन अभी सूखा नहीं है. थोड़ा हल्का भूरा इलाका D1 मध्यम यानी Moderate सूखे की स्थिति को दिखा रहा है. और फिर जैसे जैसे रंग गाढ़े होते जा रहे हैं सूखे की डिग्री बढ़ती जा रही है. D4 यानी सबसे गहरे रंग में जो इलाके वहां भयानक सूखे की स्थिति है. इस नक्शे में अमेरिका के दक्षिणी कैलिफोर्निया में जैसे जैसे आप नीचे की ओर जा रहे हैं सूखा बढ़ता जा रहा है. ऐसे में कुदरती नदी, नाले, झील और मिट्टी में पानी काफ़ी कम हो जाता है और स्थितियां किसी आग के भड़कने के अनुकूल होती जाती हैं.
कम बारिश से कैसे बनते हैं सूखे के हलात?
जब किसी इलाके में लंबे समय तक बारिश नहीं होती तो सूखे की स्थिति बनती जाती है. अमेरिका में अधिकतर जगह जहां सूखा पड़ा है वहां बारिश भी कम हुई है. जो इलाका जितना सफ़ेद दिख रहा है वहां बारिश उतनी कम हुई. जंगल की आग से प्रभावित कैलिफोर्निया में जैसे-जैसे आप दक्षिण की ओर जाएंगे आपको साफ़ दिखेगा कि बारिश बहुत कम हुई है. लॉस एंजिल्स इलाका ऐसे ही सूखाग्रस्त इलाके में आता है.
जब बारिश कम हो, मिट्टी में भी नमी कम हो जाती है. NASA का ये Soil Moisture मैप है जो ज़मीन में एक मीटर तक की गहराई में नमी को दिखा रहा है. जहां जितना गाढ़ा रंग आपको दिख रहा है वहां मिट्टी में नमी उतनी ही कम है. दक्षिणी कैलिफोर्निया में लॉस एंजिल्स और आसपास के इलाके में आप देख सकते हैं कि रंग सबसे गाढ़ा है यानी यहां मिट्टी में नमी सबसे कम है. जहां जितना हरा या नीला रंग है वहां मिट्टी में नमी उतनी अधिक है. कैलिफोर्निया में बारिश की कमी के कारण सूखे के हालात ऐसे बन गए थे कि सर्दियों के इन दिनों में भी वहां जंगलों में भयानक आग लग गई. आम तौर पर कैलिफोर्निया के जंगलों में आग की घटनाएं गर्मियों के मौसम में होती हैं.