यूएन सिक्योरिटी काउंसिल ने पहली बार आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस के खतरे पर की बैठक

आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस के मुद्दे पर की गई बैठक में जहां चीन ने कहा कि तकनीक को 'भगोड़ा घोड़ा' नहीं बनना चाहिए. वहीं, संयुक्त राज्य अमेरिका ने लोगों को सेंसर करने या उनका दमन करने के लिए इसके इस्तेमाल के खिलाफ चेतावनी दी.

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(फाइल फोटो)
यूनाइटेड नेशन:

यूनाइटेड नेशन सिक्योरिटी काउंसिल ने पहली बार मंगलवार को आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस के मुद्दे पर की बैठक की जहां चीन ने कहा कि तकनीक को 'भगोड़ा घोड़ा' नहीं बनना चाहिए. वहीं, संयुक्त राज्य अमेरिका ने लोगों को सेंसर करने या उनका दमन करने के लिए इसके इस्तेमाल के खिलाफ चेतावनी दी.

रॉयटर्स के अनुसार ब्रिटेन के फॉरेन सेक्रेटरी जेम्स क्लेवर्ली जो ब्रिटेन की जुलाई में हुई निकाय की अध्यक्षता के तहत बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे ने कहा कि एआई "मानव जीवन के हर पहलू को मौलिक रूप से बदल देगा."

एआई जलवायु परिवर्तन से निपटने और अर्थव्यवस्थाओं को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है कहते हुए उन्होंने कहा, "हमें तत्काल ट्रांस्फॉर्मेटिव टेक्नोलॉजी के वैश्विक शासन को आकार देने की आवश्यकता है क्योंकि एआई कोई सीमा नहीं जानता है." उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि टेक्नोलॉजी दुष्प्रचार को बढ़ावा देती है और हथियारों की तलाश में राज्य और गैर-राज्य दोनों को मदद कर सकती है.

15 सदस्यीय काउंसिल को संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस, हाई-प्रोफाइल एआई स्टार्टअप एंथ्रोपिक के सह-संस्थापक जैक क्लार्क और एआई एथिक्स एंड गवर्नेंस के लिए चीन-यूके रिसर्च सेंटर के सह-निदेशक प्रोफेसर ज़ेंग यी ने जानकारी दी. 

गुटेरेस ने कहा, "एआई के मिलिट्री और नॉन-मिलिट्री दोनों अनुप्रयोगों के वैश्विक शांति और सुरक्षा के लिए बहुत गंभीर परिणाम हो सकते हैं."   गुटेरेस ने अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी, अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन, या जलवायु परिवर्तन पर अंतर सरकारी पैनल पर आधारित "इस असाधारण तकनीक को नियंत्रित करने के लिए सामूहिक प्रयासों का समर्थन करने के लिए" एक नए संयुक्त राष्ट्र निकाय के निर्माण के लिए कुछ राज्यों के आह्वान का समर्थन किया है.

चीन के संयुक्त राष्ट्र राजदूत झांग जून ने एआई को "दोधारी तलवार" बताया और कहा कि बीजिंग एआई के लिए मार्गदर्शक सिद्धांतों की स्थापना पर संयुक्त राष्ट्र की केंद्रीय समन्वय भूमिका का समर्थन करता है.

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संयुक्त राष्ट्र में उप अमेरिकी राजदूत, जेफरी डेलाउरेंटिस ने यह भी कहा कि शांति और सुरक्षा को कमजोर करने वाले मानवाधिकार जोखिमों से निपटने के लिए देशों को एआई और अन्य उभरती प्रौद्योगिकियों पर एक साथ काम करने की आवश्यकता है.

रूस ने सवाल किया कि क्या परिषद, जिस पर अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखने का जिम्मा है, को एआई पर चर्चा करनी चाहिए. 

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