संयुक्त राष्ट्र ने बुधवार देर रात चीन के शिनजियांग (Xinjiang) क्षेत्र में गंभीर मानवाधिकारों के हनन की एक रिपोर्ट जारी करते हुए कहा यातना के आरोप विश्वसनीय थे और मानवता के खिलाफ संभावित अपराधों का हवाला देते हैं. ये रिपोर्ट करीब एक साल से तैयार की जा रही थी. जिसे बुधवार को जिनेवा में 11:47 बजे (2147 जीएमटी) पर जारी किया गया. संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त के रूप में मिशेल बाचेलेट (Michelle Bachelet) का चार साल का कार्यकाल समाप्त होने से ठीक 13 मिनट पहले ये रिपोर्ट जारी की गई.
रिपोर्ट में कहा, "सरकार के आतंकवाद-रोधी और 'अतिवाद-विरोधी' रणनीतियों के आवेदन के संदर्भ में Xinjiang Uyghur Autonomous Region (XUAR) में गंभीर मानवाधिकार उल्लंघन किए गए हैं." रिपोर्ट में कहा गया है, "जबरन चिकित्सा उपचार और हिरासत की प्रतिकूल परिस्थितियों सहित यातना या दुर्व्यवहार के पैटर्न के आरोप विश्वसनीय हैं. "XUAR में मानवाधिकार की स्थिति पर सरकार, संयुक्त राष्ट्र के अंतर सरकारी निकायों और मानवाधिकार प्रणाली के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को अधिक व्यापक रूप से तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है.
वहीं बाचेलेट ने एएफपी को भेजे गए एक ईमेल में कहा, "मैंने कहा था कि मैं अपना जनादेश समाप्त होने से पहले इसे प्रकाशित करूंगी और मैंने किया. "मुद्दे गंभीर हैं - और मैंने उन्हें देश में उच्च-स्तरीय राष्ट्रीय और क्षेत्रीय अधिकारियों के साथ उठाया."
चीन पर वर्षों से western Xinjiang क्षेत्र में दस लाख से अधिक उइगर (Uyghurs) और अन्य मुस्लिम अल्पसंख्यकों को हिरासत में रखने का आरोप लगाया गया है. प्रचारकों ने चीन पर गाली-गलौज का आरोप भी लगाया था. जबकि बीजिंग ने इन दावों को खारिज करते हुए कहा था कि Xinjiang क्षेत्र में चरमपंथ का मुकाबला करने के लिए डिज़ाइन किए गए व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्र चला रहा है. वहीं बाचेलेट ने अंततः फैसला लिया था कि Xinjiang Uyghur Autonomous Region (XUAR) के अंदर की स्थिति के पूर्ण मूल्यांकन की आवश्यकता है.
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