- यूक्रेन के ज़ापोरिज़्ज़िया न्यूक्लियर पावर प्लांट पर सुबह करीब नौ बजे गोलाबारी और ड्रोन हमला
- अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी की टीम ने प्लांट के पास धमाके की आवाज सुनी
- IAEA के डायरेक्टर जनरल मारियानो ग्रॉसी ने परमाणु सुरक्षा के दृष्टिकोण से ऐसे हमलों को गलत और खतरनाक बताया
Russia-Ukraine War: रूस और यूक्रेन का युद्ध रुकने का नाम नहीं ले रहा है, दोनों ही देश एक दूसरे पर लगातार बड़े हमले कर रहे हैं. यूक्रेन के ड्रोन अटैक के बाद रूस अब बदला ले रहा है और लगातार यूक्रेन की कमर तोड़ रहा है. वहीं यू्क्रेन भी किसी हाल में हार मानने के लिए तैयार नहीं है. अब बताया जा रहा है कि यूक्रेन के न्यूक्लियर प्लांट पर हमला हुआ है और यहां से धुआं उठता हुआ देखा गया है. एटॉमिक एनर्जी एजेंसी IAEA की रिपोर्ट में इस बात का जिक्र किया गया है. ये वही न्यूक्लियर प्लांट है, जिस पर रूसी सेना ने कब्जा कर लिया था.
धमाके की आवाज और फिर धुआं
IAEA के डायरेक्टर जनरल राफेल मारियानो ग्रॉसी ने इस रिपोर्ट को लेकर जानकारी दी. उन्होंने बताया, अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) की टीम ने यूक्रेन के ज़ापोरिज़्ज़िया न्यूक्लियर पावर प्लांट में धमाकों की आवाज सुनी और इसके पास की जगह से धुआं आते भी देखा गया.उन्होंने बताया कि प्लांट के एक हिस्से पर ये हमला हुआ था, इसकी दूरी न्यूक्लियर प्लांट से काफी कम थी. इस घटना से परमाणु सुरक्षा को लेकर खतरा पैदा हो गया है.
सुबह इतने बजे हुआ हमला
IAEA टीम को ये जानकारी दी गई थी कि न्यूक्लियर प्लांट की फेसिलिटी पर गोलाबारी और ड्रोन से हमला सुबह करीब 9 बजे से शुरू हुआ था. ये वही वक्त था जब टीम ने सैन्य गतिविधि की आवाज सुनी थी. एजेंसी की टीम ने दोपहर में भी उसी दिशा से धुआं देखा, जिससे हमले का शक और भी ज्यादा पुख्ता हो जाता है. ज़ापोरिज़्ज़िया न्यूक्लियर पावर प्लांट में दिखी ये हलचल अब न्यूक्लियर लीक और इसके खतरों को लेकर चिंता पैदा कर रहा है.
न्यूक्लियर प्लांट पर हमला खतरनाक
IAEA के डायरेक्टर जनरल राफेल ने अपने बयान में इस तरह के हमले को गलत बताया है और कहा है कि चाहे वो हमला किसी भी टारगेट के लिए हो, लेकिन परमाणु सुरक्षा के लिए भी संभावित जोखिम पैदा करता है. इस तरह के हमलों को हर हाल में टाला जाना चाहिए. डायरेक्टर ने आगे कहा, 'मैं न्यूक्लियर दुर्घटना के जोखिम को रोकने के लिए ऐसे पावर प्लांट्स के नजदीक या उनके ऊपर किसी भी तरह के हमले को लेकर संयम बरतने की अपील करता हूं.'
पहले भी हो चुका है हमला
यूक्रेन के ज़ापोरिज़्ज़िया न्यूक्लियर पावर प्लांट पर ये हमला पहली बार नहीं हुआ है, पिछले साल भी इस प्लांट पर एक ड्रोन अटैक हुआ था. इस हमले के बाद संयुक्त राष्ट्र की तरफ से संयम बरतने की अपील भी की गई थी. वहीं रूस ने हमले के पीछे यूक्रेन को जिम्मेदार ठहराया था, हालांकि यूक्रेन ने इससे साफ इनकार कर दिया. बता दें कि ये पूरा न्यूक्लियर प्लांट रूस के कंट्रोल में है, जिसे युद्ध के दौरान रूसी सैनिकों ने अपने कब्जे में लिया था. यूक्रेन इंटरनेशनल फोरम में इसे लेकर लगातार विरोध करता आया है और रूसी सेना को वहां से हटने के लिए कहा जा रहा है.