रूस (Russia) के सम्मानित केंद्रीय बैंक की गवर्नर एल्विरा नबीउलीना (Central Bank Governor Elvira Nabiullina ) ने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के यूक्रेन पर हमले (Ukraine War) का आदेश देने के बाद इस्तीफा देने की पेशकश की. इस घटनाक्रम से जुड़े चार व्यक्तियों ने बताया कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने नबीउलीना का इस्तीफा अस्वीकार करते हुए उन्हें अपने पद बने रहने को कहा है. एल्विरा नबीउलीना को पिछले हफ्ते ही पांच और साल के कार्यकाल के लिए नामित किया गया था.
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक सुश्री नबीउलीना से मौजूदा हालात के बारे में उनके विचारों को फिलहाल जाना नहीं जा सका है. ऐसा माना जा रहा है कि नबीउलीना को युद्ध के बाद के परिणामों का प्रबंधन करना पड़ रहा है. पदभार ग्रहण करने के बाद से रूस के केंद्रीय बैंक की साख को कमाने में उन्होंने नौ वर्षों तक अथक परिश्रम किया है.
लोगों का मानना है कि नबीउलीना के इस्तीफे को राष्ट्रपति द्वारा विश्वासघात के रूप में देखा जाएगा, जिनके साथ उन्होंने लगभग दो दशकों तक काम किया है.
58 वर्षीय सुश्री नबीउलीना ने दोबारा नियुक्त होने पर सार्वजनिक रूप से कोई टिप्पणी नहीं थी. केंद्रीय बैंक की प्रेस सेवा ने इस लेख के लिए उनकी टिप्पणी के अनुरोध का कोई जवाब नहीं दिया.
इसके प्रकाशित होने के बाद, प्रेस सेवा ने तास को बताया कि यह खबर "वास्तविकता के अनुरूप नहीं है," और कोई विवरण नहीं दिया.क्रेमलिन के प्रवक्ता ने टिप्पणी के अनुरोध का जवाब नहीं दिया.
केवल एक वरिष्ठ अधिकारी ने यूक्रेन के साथ युद्ध शुरू होने के बाद अपना पद छोड़ा. घटनाक्रम से जुड़े लोगों के अनुसार लंबे समय से आर्थिक सुधारक रहे अनातोली चुबैस ने इस सप्ताह पुतिन के जलवायु दूत के पद से इस्तीफ़ा दे दिया और देश भी छोड़ दिया है.
एलविरा नबीउलीना हैं अर्थ जगत में सम्मानित
सुश्री नबीउलीना अर्थ जगत में बेहद सम्मानित हैं और उन्हें दुनिया के सर्वश्रेष्ठ मौद्रिक नीति निर्माताओं में से एक माना जाता है लेकिन अब वे रूस की ऐसी एक युद्धकालीन अर्थव्यवस्था का सामना कर रही हैं जिसे अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों से अलग-थलग किया जा चुका है. साथ ही रूस अब विदेशी कंपनियों के जाने के बाद और निवेश के लिए इंतज़ार कर रहा है.
24 फरवरी के आक्रमण के मद्देनजर अमेरिका और उसके सहयोगियों द्वारा व्यापक प्रतिबंध लगाए जाने और मुद्रा रूबल के गिरने के बाद सुश्री नबीउलीना ने प्रमुख ब्याज दर को दोगुना से अधिक कर दिया था और नकदी को देश से बाहर जाने से रोकने के लिए पूंजी नियंत्रण लगाया. नबीउलीना को बीस से भी अधिक वर्षों से जानने वाले बैंक ऑफ रूस के एक पूर्व शीर्ष अधिकारी ओलेग व्युगिन ने कहा कि जब तक तनाव जारी रहेगा, केंद्रीय बैंक देश की अर्थव्यवस्था को केवल झटकों से संभाला ही जा सकता है.
एल्विरा नबीउलीना के कार्यकाल में निवेशकों ने रूस में कई अरब डॉलर का निवेश किया. पुतिन के भी उन पर भरोसा किया और उनके विचारों को ध्यान से सुना. इतना ही नहीं, पुतिन ने अब तक उनकी सख्त मौद्रिक नीतियों का अपने अधिकारियों के सामने बचाव भी किया. लेकिन जब से रूस से यूक्रेन पर आक्रमण किया है और रूस पर पश्चिमी देशों के प्रतिबंध लगे हैं, उनकी विरासत और उनकी मेहनत कुछ ही समय में बर्बाद होने को आई है.