यूक्रेन संकट : रूसी सांसदों ने राष्ट्रपति पुतिन को देश से बाहर बल प्रयोग की इजाजत दी

संसद की मंजूरी के बाद रूस के लिए यूक्रेन पर व्यापक हमले का रास्ता साफ हो गया, पुतिन ने इस संबंध में संसद के ऊपरी सदन को एक पत्र लिखा था

विज्ञापन
Read Time: 15 mins
प्रतीकात्मक फोटो.
मॉस्को:

रूसी संसद के ऊपरी सदन ने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को देश के बाहर सैन्य बल प्रयोग की अनुमति दे दी है. संसद की मंजूरी के बाद रूस के लिए यूक्रेन पर व्यापक हमले का रास्ता साफ हो गया है. पुतिन ने इस संबंध में संसद के ऊपरी सदन को एक पत्र लिखा था. पुतिन ने एक दिन पहले यूक्रेन के विद्रोहियों वाले इलाकों की स्वतंत्रता को मान्यता दी थी. इससे पहले पश्चिमी देशों के नेताओं ने कहा था कि रूस के सैनिक यूक्रेन के पूर्वी हिस्से में पहुंच गए हैं. वहीं अमेरिका ने रूस के इस कदम को आक्रमण बताया है.

रूसी संसद के ऊपरी सदन ने मंगलवार को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को यूक्रेन में अलगाववादियों का समर्थन करने के लिए देश के बाहर रूसी सेना का उपयोग करने की अनुमति देने के लिए वोटिंग की. कुल 153 रूसी सीनेटरों ने इस फैसले का समर्थन किया. उनमें से किसी ने भी विरोध में वोट नहीं दिया.

रूस के विदेश मंत्रालय ने पहले कहा था कि रूस "फिलहाल" पूर्वी यूक्रेन में सेना भेजने की योजना नहीं बना रहा है. पुतिन ने फेडरेशन काउंसिल से 2014 से यूक्रेनी सेना से लड़ने वाले अलगाववादियों का समर्थन करने के लिए देश के बाहर सेना के उपयोग को मंजूरी देने के लिए कहा.

पुतिन के अनुरोध पर फेडरेशन काउंसिल के एक सत्र के दौरान उप रक्षा मंत्री निकोले पंकोव ने कहा, "बातचीत रुक गई है. यूक्रेनी नेतृत्व ने हिंसा और रक्तपात का रास्ता अपनाया है." उन्होंने कहा, "उन्होंने हमारे पास कोई विकल्प नहीं छोड़ा है." 

उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्वी यूक्रेन के अलगाववादी नियंत्रित क्षेत्रों की सीमा पर "भारी बख्तरबंद वाहन" थे जिन्हें डीएनआर और एलएनआर कहा जाता है.

पंकोव ने यह भी कहा कि नाटो "यूक्रेन को आधुनिक हथियारों के साथ सक्रिय रूप से उकसा रहा था." उन्होंने कहा कि "रूस अन्य राज्यों की संप्रभुता की रक्षा के लिए और आक्रामकता के कृत्यों को रोकने के लिए कार्य करेगा." 

Advertisement

पंकोव ने पुतिन के अनुरोध का हवाला दिया: "डीएनआर और एलएनआर के साथ दोस्ती और सहयोग की संधि के अनुसार मैं रूस के बाहर रूसी संघ के सशस्त्र बलों का उपयोग करने की सहमति के लिए फेडरेशन काउंसिल की ओर से स्वीकार्य प्रस्ताव प्रस्तुत कर रहा हूं."

सोमवार को, पुतिन ने डोनेट्स्क और लुगांस्क क्षेत्रों की स्वतंत्रता को मान्यता दी और उनके साथ समझौतों पर हस्ताक्षर किए और यूक्रेन के विद्रोही क्षेत्रों में रूसी सेना की उपस्थिति के लिए दरवाजा खोल दिया.

Advertisement
Featured Video Of The Day
Kolkata Rain: डूबी गाड़ियां, सड़कों पर सैलाब...Maharashtra टू Kolkata हाल बेहाल!
Topics mentioned in this article