ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने शनिवार को महाराजा चार्ल्स तृतीय के राज्याभिषेक समारोह के लिए एक विशेष संदेश जारी करते हुए इसे ‘एक नये युग की शुरुआत' बताया. उन्होंने हजार वर्षों से अधिक पुरानी एक धार्मिक रस्म में सभी धर्मों द्वारा एक प्रमुख भूमिका निभाये जाने का भी उल्लेख किया. सुनक, शनिवार को वेस्टमिंस्टर एबे में आयोजित समारोह में उस वक्त एक सक्रिय भूमिका निभाएंगे, जब वह राजकीय रस्मों में ब्रिटेन के प्रधानमंत्रियों द्वारा निभाई जाने वाली हालिया परंपरा का अनुसरण करते हुए ‘कुलस्सियों की बाइबिल' पुस्तक से संदेश पढ़ेंगे.
ब्रिटेन के ध्वज को ‘रॉयल एयर फोर्स' के एक कैडेट द्वारा एबे ले जाने के दौरान सुनक और उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति ने भी ध्वजवाहकों के एक दल का नेतृत्व किया. अक्षता मूर्ति, इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति की बेटी हैं.
सुनक ने ऐतिहासिक घटना की पूर्व संध्या पर एक बयान में कहा, “एबे में, जहां लगभग एक हजार वर्षों से राजाओं की ताजपोशी होती रही है, हर धर्म के प्रतिनिधि पहली बार केंद्रीय भूमिका निभाएंगे.”
उन्होंने कहा, “महाराजा चार्ल्स तृतीय और महारानी कैमिला का राज्याभिषेक राष्ट्रीय गौरव का क्षण होगा.”
सुनक ने ट्वीट किया, ‘ईश्वर महाराजा की रक्षा करे.''
70 सालों बाद हो रहा समारोह
उन्होंने राज्याभिषेक समारोह के बारे में कहा, “जून 1953 में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की ताजपोशी के बाद 70 वर्षों में पहली बार हो रहा यह समारोह महज एक आडंबर नहीं है, बल्कि इतिहास, संस्कृति और परंपराओं की एक गौरवपूर्ण अभिव्यक्ति है.”
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