ऋषि सुनाक (Rishi Sunak) टीवी होस्ट की तरफ भागे जब वो ब्रिटेन (UK) के प्रधानमंत्री (PM) पद के लिए हो रही लाइव चर्चा के दौरान बेहोश हो गई. इसे बीच में ही रद्द करना पड़ा. विदेश मंत्री लिज़ ट्रस (Liz Truss) अपनी आर्थिक योजनाओं के बारे में बात रख रहीं थीं अगर वो कंजरवेटिव पार्टी लीडर (Conservative Party Leader) का पद जीत जाती हैं तो वो क्या करेंगी तभी गिरने की आवाज़ आई और उन्हें स्क्रीन पर डरी हुई प्रतीक्रिया देते देखा गया.
द सन न्यूज़पेपर, जो टॉकटीवी के साथ इस डिबेट का को होस्ट था, उसने मंगलवार शाम को रिपोर्ट किया कि कैमरे की निगाह से परे क्या हुआ जब चैनल ने अपनी होस्ट केट मैक्कैन के बीमार पड़ने के बाद दूसरे स्डूडियो में स्विच कर दिया. न्यूज़पेपर ने प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से बताया कि पूर्व वित्तमंत्री "केट की तरफ दौड़े".
लिज़ ट्रस भी प्रज़ेंटर का हाल लेने पहुंचीं और दोनों कैंडीडेट्स को घुटने पर झुक कर ये सुनिश्चित करते देखा गया कि न्यूज़ प्रेज़ेंटर ठीक है या नहीं.
टॉकटीवी की कंपनी न्यूज़ यूके के प्रवक्ता ने कहा, "केट मैक्कैन पिछली रात ऑन एयर बेहोश होईं, हालांकि वो अब ठीक हैं. मेडिकल सलाह थी कि अब हमें डिबेट जारी नहीं रखनी चाहिए. हमें अपने दर्शकों और श्रोताओं से माफी मांगते हैं."
जब यह चर्चा लगभग आधा घंटा रोक दी गई तब टॉकटीवी और द सन की ऑनलाइन स्ट्रीम पर संदेश जा रहा था ," हम कार्यक्रम में बाधा के लिए माफी चाहते हैं." शो के ऑफ एयर हो जाने के बाद उम्मीदवारों ने द सन के रीडर्स से आ रहे प्रश्नों का जवाब देना जारी रखा.
ऋषि सुनाक और लिज ट्रस एक दूसरे से टैक्स के मुद्दे पर भिड़ रहे थे. यह इस चुनाव में मतभेद का मुख्य मुद्दा है. ऋषि सुनाक लिज ट्रस की टैक्स घटाने की योजना को "नैतिक तौर पर ग़लत" बता रहे हैं.
ऋषि सुनाक ने कहा, " मुझे लगता है कि द सन के रीडर्स यह समझने के लिए संवेदनशील हैं कि आपको मुफ्त में कुछ नहीं मिलता. यह ज़रूरी है कि हम अपने बच्चों के और उनके बच्चों के लिए कुछ छोड़ के जाएं, मैं उन्हें अपना बिल चुकाने को कहना नहीं चाहूंगा. "
वहीं 47 साल की लिज ट्रस का कहना है कि यह गलत है कि फिलहाल हम पिछले 70 सालों में देश में सबसे अधिक टैक्स के भार से दबे हुए हैं. और मुझे विश्वास है कि द सन के रीडर हमें अपने घोषणा पत्र का वादा बरकरार रखते देखना चाहेंगे कि हम टैक्स नहीं बढ़ाएंगे."
बुधवार को ऋषि सुनाक ने कहा था कि अगर इस साल बिजली के दाम बढ़ना जारी रहे तो वो घरों की बिजली बिल पर 5 प्रतिशत का वैल्यू एडेड टैक्स खत्म कर देंगे.