महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की अंतिम विदाई शुरू हो गई है. इससे पहले किंग चार्ल्स III ने रविवार को बकिंघम पैलेस में दुनियाभर के नेताओं का स्वागत किया. वहां मौजूद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी इस मौके पर दिवंगत महारानी को अंतिम श्रद्धांजलि दी. 1965 के बाद पहली बार किसी को ब्रिटेन में राजकीय अंतिम संस्कार का सम्मान दिया जा रहा है. आखिरी बार ब्रिटेन के पहले प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल का राजकीय अंतिम संस्कार किया गया था. महारानी एलिजाबेथ का राजकीय अंतिम संस्कार एक घंटे तक चलेगा. लंदन के वेस्टमिंस्टर एबे ब्रिटेन और दुनिया के लोग महारानी को आखिरी विदाई दे रहे हैं.
ब्रिटेन में इसी के साथ आज 11 दिन का खत्म हो जाएगा. इस दौरान ब्रिटेन के शाही परिवार का निजी दुख अंतरराष्ट्रीय नज़रों में बना रहा. इस दौरान जो बाइडेन ने पनी पत्नी जिल बाइडेन के साथ लंदन के वेस्टमिंस्टर हॉल में ब्रिटिश झंडे से लिपटे ताबूत की ओर एक गैलरी में खड़े होकर खुद को क्रॉस किया और अपने दिल पर हाथ रखा.
अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा कि महारानी, जिनकी 96 साल की उम्र में 8 सितंबर को मौत हो गई, ने 70 साल तक "सेवा की धारणा" का अनुपम उदाहरण दिया. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने उन्हें उनकी मां की याद दिला दीं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बकिंघम पैलेस जाने से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने यह टिप्पणी की.
शोक पुस्तिका पर हस्ताक्षर करने के बाद बाइडेन ने कहा, "इंग्लैंड के सभी लोगों, यूनाइटेड किंगडम के सभी लोगों, अब हमारा दिल हम सबसे जुदा हो रहा है, आप सौभाग्यशाली रहे कि 70 साल तक आपने उनका सानिध्य पाया, हम सबने उनका प्यार पाया क्योंकि दुनिया उनके लिए बेहतर थी."
इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति बकिंघम पैलेस गए, जहां किंग चार्ल्स ने जापान के सम्राट नारुहितो से लेकर फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन तक दर्जनों नेताओं, जो महारानी के अंतिम संस्कार में शामिल होने आए, का स्वागत किया.