Twitter ने लॉन्च किया था 'Official' टैग, कुछ देर बाद हो गया गायब; एलन मस्क ने बताई वजह

ट्विटर के नए CEO एलन मस्क ने कहा, "कृपया ध्यान दें कि आने वाले महीनों में ट्विटर बहुत सारी मूर्खतापूर्ण चीजें करेगा. जो काम करेगा हम उसे रखेंगे और जो नहीं उसे बदल देंगे.

विज्ञापन
Read Time: 10 mins
Elon Musk ने कंपनी टेकओवर करने के बाद ट्विटर ब्लू सर्विस का प्राइस 8 डॉलर प्रति माह किया है.

ट्विटर ने चुनिंदा सत्यापित खातों के लिए "आधिकारिक" लेबल पेश किया. बुधावर को कई वेरिफाइड अकाउंट्स (Verified Accounts) को ये ऑफिशियल बैज दिया गया. बुधवार को देश के पीएम मोदी के ट्विटर प्रोफाइल पर भी ऑफिशियल लेबल दिखाई दिया. लेकिन कुछ घंटों बाद ये अचानक से गायब हो गया. वहीं जब अमेरिकी YouTuber Marques Brownlee ने इस बात की पुष्टि करते हुए एक ट्वीट साझा किया कि लेबल गायब हो गया है, तो Elon Musk ने कहा, "मैंने अभी-अभी इसे किल किया है ... ब्लू चेक सबसे अच्छा लेवलर होगा."

ट्विटर के मालिक एलन मस्क ने कहा, "कृपया ध्यान दें कि आने वाले महीनों में ट्विटर बहुत सारी मूर्खतापूर्ण चीजें करेगा. जो काम करेगा हम उसे रखेंगे और जो नहीं उसे बदल देंगे. 

इतना ही नहीं 'ट्विटर सपोर्ट' अकाउंट ने गुरुवार को एक ट्वीट कर जानकारी दी कि "हम वर्तमान में खातों पर "आधिकारिक" लेबल नहीं लगा रहे हैं.

दरअसल ट्विटर ने बुधवार सुबह घोषणा की थी कि वह प्रमुख मीडिया आउटलेट्स और सरकारों सहित चुनिंदा सत्यापित खातों के लिए एक 'आधिकारिक' लेबल पेश करेगा. ट्विटर के शुरुआती चरण के उत्पादों के कार्यकारी एस्तेर क्रॉफर्ड ने ट्वीट कर कहा था पहले से सत्यापित सभी खातों को "आधिकारिक" लेबल नहीं मिलेगा और लेबल खरीद के लिए उपलब्ध नहीं है. इसे प्राप्त करने वाले खातों में सरकारी खाते, वाणिज्यिक कंपनियां, व्यावसायिक भागीदार, प्रमुख मीडिया आउटलेट, प्रकाशक और कुछ सार्वजनिक हस्तियां शामिल हैं. "

ये भी पढ़ें- भारत में डिजिटल सूचना में हेरफेर को लेकर यूरोप ने किया आगाह

ट्विटर के नए CEO, Elon Musk ने कंपनी को टेकओवर करने के बाद ट्विटर ब्लू सर्विस का प्राइस लगभग 8 डॉलर प्रति माह कर दिया है. उन्होंने यह भी संकेत दिया था कि वह इस सर्विस को भारत सहित कई देशों में बढ़ाना चाहते हैं और इसका प्राइस विशेष देश में परचेजिंग पावर के अनुसार तय किया जाएगा.

Advertisement
Featured Video Of The Day
Uttarakhand, Himachal और Jammu Kashmir में बादल फटने की घटनाएं क्यों बार-बार हो रही है?
Topics mentioned in this article