तुर्की (Turkey) के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगान (Recep Tayyip Erdogan) ने शुक्रवार को कहा कि तुर्की किसी सीरियाई सीमा को कब्जे में लेने की योजना नहीं बना रहा. तुर्की के तरफ से युद्धग्रसित देश सीरिया (Syria) के उत्तर में कुर्द सेना पर हमले बढ़ाए जाने के बाद यह बयान आया है. एर्दोगान की टिप्पणी के एक दिन पहले तुर्की की वायुसेना ने सीरिया बॉर्डर पोस्ट पर हमला किया था जिसमें सीरिया के शासन के 17 लड़ाके मारे गए थे. एक युद्द पर नज़र रखने वाली संस्था ने कहा कि तुर्की के हमले में कुर्द सेना और सीरियाई शासन की सेना, दोनों के ही लोग मारे गए थे. आधिकारिक सीरियाई न्यूज़ एजेंसी ने कहा था कि सरकार के तीन सिपाही मारे गए.
तुर्की ने कहा कि वो अपनी सीमा पर हुए हमले का जवाब दे रहा था. इस हमले में तुर्की के दो सिपाही मारे गए थे. तुर्की और सीरिया के बीच 2020 में हुए आपसी हमलों के बाद यह सबसे बड़ा तनाव का बिंदु रहा.
एर्दोगान यूक्रेन में युद्ध के बाद की अपनी पहली यात्रा से लौटते हुए फ्लाइट से दी गई टिप्पणी से तनाव कम करने की कोशिश करते नज़र आए. तुर्की के मीडिया ने एर्दोगान के हवाले से लिखा , "हमारी आंखें सीरिया की सीमा पर नहीं है क्योंकि सीरिया के लोग हमारे भाई हैं. सीरियाई सत्ता को इसकी जानकारी होनी चाहिए. "
एर्दोगान की यूक्रेन यात्रा उनकी सोची यात्रा के दो हफ्ते बाद हुई है. सोची में एर्दोगान रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से बातचीत के लिए गए थे जिसमें सीरिय का मुद्दा भी उठा.
पुतिन का समर्थन सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद को संघर्ष के 11 सालों में लगातार बना रहा है. सीरिया में विद्रोही संगठनों को तुर्की का समर्थन प्राप्त है.
एर्दोगान ने कहा कि उन्होंने पुतिन से कहा कि वो उत्तरी सीरियाई क्षेत्र में रूस को करीब से सहयोग देना चाहते हैं जहां अंकारा कुर्द सेना को "आंतकवादी" की तरह देखता है.
एर्दोगान ने कहा कि "हम सीरिया में जो भी कदम उठा रहे हैं, उसकी जानकारी रूस को है".
सीरिया तुर्की की सीमा पर यह तनाव ऐसे समय तेज हुआ जब यह डर बढ़ रहा था कि तुर्की शायद 2016 के बाद से कुर्द सेना के खिलाफ अपना चौथा सीमा पार आक्रमण करने को तैयार है.
एर्दोगान ने सीरिया में कुर्द सेना के पर आतंकवादी होने का आरोप लगाया है जो तुर्की पर गाहे ब गाहे आक्रमण करते रहते हैं. जबकि कुर्द सेना का अमेरिका के साथ इस्लामिक स्टेट के जिहादियों के खिलाफ गठबंधन है.
एर्दोगान ने शुक्रवार को एक बार फिर दोहराया कि तुर्की की सेना "सीरियाई कुर्दों पर एक रात अचानक" हमला कर सकती है.