- थाईलैंड ने कंबोडिया के साथ जारी युद्ध में चीन की मध्यस्थता प्रस्ताव को पूरी तरह खारिज कर दिया है.
- थाईलैंड ने द्विपक्षीय बातचीत के माध्यम से ही सैन्य संघर्ष का समाधान निकालने पर जोर दिया है.
- चीन, अमेरिका और मलेशिया ने इस संघर्ष को रोकने के लिए मध्यस्थता की पेशकश की थी.
थाईलैंड और कंबोडिया के बीच जारी युद्ध और खतरनाक रूप लेता दिख रहा है. इस जारी संघर्ष के बीच कुछ दिन पहले चीन ने अपनी मध्यस्थता की बात कही थी लेकिन इससे पहले की वो ऐसा कुछ कर पाता उसे थाईलैंड ने एक बड़ा झटका दे दिया है. थाईलैंड ने इस युद्ध को रोकने के लिए चीन की मध्यस्थता के प्रस्ताव को सिरे से खारिज करके उसकी हेकड़ी निकाल दी है. आपको बता दें कि इन दोनों देशों के युद्ध के बीच जारी युद्ध को रुकवाने के लिए चीन के साथ अमेरिका और मलेशिया ने भी मध्यस्थता की पेशकश की थी.
थाईलैंड ने कहा है कि ये मुद्दा वो द्विपक्षीय बातचीत से ही सुलझा सकता है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार थाईलैंड के अधिकारियों ने बताया है कि थाईलैंड, कंबोडिया के साथ अपने सैन्य संघर्ष को सुलझाने के लिए मध्यस्थता की बयान सीधी बातचीत को प्राथमिकता देता है. आपको बता दें कि दोनों देशों के बीच जारी संघर्ष को सुलझाने के लिए चीन समेत कई अन्य देशों ने भी मध्यस्थता की पेशकश की थी. लेकिन थाईलैंड फिलहाल खुद से समाधान निकालने के पक्ष में है.
इस लड़ाई में अभी तक थाईलैंड में 27 लोगों की जान जा चुकी है जबकि कई लोग गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं. वहीं कंबोडिया में भी 15 लोगों के मारे जाने की खबर है. दोनों देशों की लड़ाई में लड़ाकू विमानों, तोप-गोलों और जमीनी सेना का भी इस्तेमाल हो रहा है. इन सब के बीच खबर आ रही है कि कंबोडिया ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक के बाद तत्काल सीजफायर की मांग की है. संयुक्त राष्ट्र में कंबोडिया के राजदूत ने कहा है कि कंबोडिया ने बिना शर्त तत्काल युद्धविराम का अनुरोध किया है.