पहलगाम हमले पर ना ना कर रहे पाकिस्तान का झूठ सामने आने लगा है. खुफिया एजेंसियां हर दिन उसकी नापाक साजिश का पर्दाफाश कर रही हैं. 26 टूरिस्टों की हत्या में शामिल आतंकियों में से एक हाशिम मूसा की पहचान पाकिस्तानी सेना के पैरा कमांडो के रूप में हुई है. इस हमले के सिलसिले में हिरासत में लिए संदिग्धों से पूछताछ में यह राज खुला है. पहलगाम के गुनहगारों के स्केच जारी किए गए थे. बाकी दो आतंकियों की पहचान अली भाई और आदिल हुसैन ठोकर के रूप में हुई थी. हाशिम मूसा उर्फ सुलेमान (Terrorist Hashim Musa) का पाकिस्तानी सेना से कनेक्शन अब उसकी गले की फांस बन सकता है. यह बड़ा सबूत माना जा रहा है. हाशिम मूसा (Hashim Musa) पाकिस्तानी सेना के विशेष बलों का पूर्व पैरा कमांडर बताया जा रहा है.
सुरक्षा एजेंसियों की जांच में हाशिम मूसा के पाकिस्तानी सेना के पूर्व पैरा कमांडो होने की बात सामने आई है.
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हाशिम मूसा का पाकिस्तानी कनेक्शन
अंग्रेजी अखबार ईटी में छपी रिपोर्ट के मुताबिक हाशिम मूसा फिलहाल पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के इशारों पर काम करता है. वह एक कट्टर आतंकवादी है. लश्कर में बैठे मास्टरमाइंडों ने ही पर्यटकों पर आतंकी हमले के लिए उसे जम्मू-कश्मीर भेजा था. सुरक्षा एजेंसियों को शक है कि पाकिस्तान के स्पेशल सर्विस ग्रुप ने आतंकी हमले के लिए उसे कुछ दिन के लिए लश्कर को सौंपा है.
हाशिम मूसा की क्राइम कुंडली
हाशिम मूसा के पाकिस्तानी सेना में होने की जानकारी 15 ओवरग्राउंड वर्करों से पूछताछ के दौरान सामने आई है. मूसा सिर्फ पहलगाम आतंकी हमले में ही शामिल नहीं रहा. अक्टूबर 2024 में गंदरबल और बारामूला में हुए आतंकी हमलों के पीछे भी उसका हाथ था. इस हमले में 11 लोग मारे गए थे. जांच में पता चला है कि 15 ओवरग्राउंड वर्करों ने ही कथित तौर पर पहलगाम के आतंकियों को निर्देश दिए और उनके लिए रसद की व्यवस्था की. सेना की तलाशी अभियान लगातार जारी है.
पाकिस्तानी आतंकी पर 20 लाख का इनाम
पहलगाम ने अन्य आतंकियों के साथ ही हाशिम मूसा पर भी 20 लाख रुपये का इनाम रखा गया है. बता दें कि पहलगाम का खूबसूरत मैदान 22 अप्रैल को आतंकियों की गोलीबारी से दहल गया था. इस घटना में 26 पर्यटकों की मौत हो गई थी, जबकि कई घायल हुए थे.