पाकिस्तान (Pakistan) के अशांत दक्षिण-पश्चिमी बलूचिस्तान (Baluchistan) प्रांत के केच जिले में सुरक्षा बलों की एक जांच चौकी पर आतंकवादियों के बड़े हमले में दस सैनिकों की मौत हो गयी. पाकिस्तान की सेना ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी. पाकिस्तानी सेना के मीडिया विभाग इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) ने कहा कि आतंकवादियों ने यह हमला 25-26 जनवरी की रात को किया था. सेना के मुताबिक इस हमले में 10 सैनिकों की मौत हो गयी जबकि सेना की जवाबी कार्रवाई में एक आतंकवादी मारा गया और कई अन्य घायल हो गए. सेना ने तीन आतंकवादियों को पकड़ लिया है. इस हमले की जिम्मेदारी अभी तक किसी भी संगठन ने नहीं ली है.
ईरान और अफगानिस्तान की सीमा से लगा बलूचिस्तान प्रांत लंबे समय से चल रहे हिंसक विद्रोह का गढ़ बना हुआ है. बलूच उग्रवादी समूहों ने पहले भी इस क्षेत्र में चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा परियोजनाओं को निशाना बनाकर कई हमले किए हैं.
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पाकिस्तान में बलूचिस्तान अशांत इलाका है. पिछले साल नवंबर में बंदरगाह शहर (Port city) ग्वादर (Gwadar) में अनावश्यक चौकियों, पानी एवं बिजली की भारी किल्लत, अवैध मात्स्यिकी से आजीविका पर खतरे एवं चीन की अरबों डॉलर की बेल्ट एवं रोड परियोजना की मुखालफत के चलते व्यापक प्रदर्शन हुए थे.
कुछ राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता, नागरिक अधिकार कार्यकर्ता तथा इन विषयों से सरोकार रखने वाले लोग पिछले एक सप्ताह से ग्वादर में पोर्ट रोड के वाई चौक पर प्रदर्शन के लिए जुटे थे.
ग्वादर पाकिस्तान के अशांत दक्षिण पश्चिमी बलूचिस्तान (Baluchistan) प्रांत का तटीय शहर है. ‘जंग' अखबार की रविवार की खबर के अनुसार प्रदर्शनकारियों ने अनाश्यक सुरक्षा चौकियां हटाने, पेयजल एवं बिजली उपलब्ध कराने, मकरान तट से मछली पकड़ने वाली बड़ी यांत्रिक नौकाएं हटाने तथा पंजगुर से ग्वादर तक ईरान सीमा खोलने की मांग की है.