तालिबान ने संयुक्त राज्य अमेरिका को चेतावनी देते हुए दो टूक लहजे में कहा है कि वह अफागनिस्तान में उसके शासन को अस्थिर करने की कोशिश न करे. तालिबान विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी ने शनिवार को दावा किया कि अफागनिस्तान से अमेरिकी सेना की वापसी के बाद पहली आमने-सामने की बातचीत के दौरान उन्होंने ये बातें कहीं.
मुत्ताकी की यह टिप्पणी अफगानिस्तान में अपने शासन को फिर से स्थापित करने के तालिबान के प्रयास के रूप में आई है. 20 साल बाद पहले अमेरिकी सैन्य कार्यवाही के बाद इस्लामिक कट्टरपंथियों को शासन से बेदखल होना पड़ा था.
कतर की राजधानी दोहा में बातचीत के बाद मुत्ताकी ने अफगान राज्य समाचार एजेंसी बख्तर से कहा, "हमने उन्हें स्पष्ट रूप से बता दिया है कि अफगानिस्तान में सरकार को अस्थिर करने की कोशिश करना किसी के लिए भी अच्छा नहीं होगा."
AFP द्वारा अनुवादित एक रिकॉर्डेड बयान में मुत्ताकी ने कहा, "अफगानिस्तान के साथ अच्छे संबंध सभी के लिए अच्छे होंगे. अफगानिस्तान में मौजूदा सरकार को कमजोर करने के लिए कुछ भी नहीं किया जाना चाहिए नहीं तो यह लोगों के लिए समस्या पैदा कर सकता है."
मुत्ताकी की टिप्पणी अमेरिकी विदेश विभाग के उप विशेष प्रतिनिधि टॉम वेस्ट और यूएसएआईडी के शीर्ष मानवीय अधिकारी सारा चार्ल्स के नेतृत्व में एक अमेरिकी टीम के साथ बातचीत के पहले दो दिनों के बाद आई है. उन्होंने कहा कि अमेरिका कोविड -19 के खिलाफ अफगानों का टीकाकरण करने में भी मदद करेगा. अमेरिकी पक्ष की ओर से वार्ता पर तत्काल कोई टिप्पणी उपलब्ध नहीं हो सकी.
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