पाकिस्तान में एक मस्जिद में हुए ब्लास्ट को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. एक पुलिस अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि आत्मघाती हमलावर ने पुलिस की वर्दी और हेलमेट पहन रखा था. उन्होंने बताया कि पुलिस की वर्दी में होने की वजह से ड्यूटी पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने उसकी जांच नहीं की, यह सुरक्षा में बड़ी चूक थी. मस्जिद के भीतर विस्फोट में 101 लोगों की जान चली गई थी.
खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के पुलिस बल के प्रमुख मोअज्जम जाह अंसारी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "पुलिस इस बात का पता लगा रही थी कि हमलावर कौन था, इसके लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए और कई फुटेज का मिलान कराया गया, तब उसकी पहचान हुई. उसके पीछे पूरा नेटवर्क है."
पुलिस मुख्यालय की मस्जिद में सैकड़ों पुलिसकर्मी दोपहर की नमाज में शामिल हो रहे थे, तभी ये धमाका हुआ, जिससे एक दीवार गिर गई और कई की मौत हो गई.
अधिकारी इस बात की जांच कर रहे हैं कि शहर के सबसे कड़े नियंत्रित क्षेत्रों में से एक, हाउसिंग इंटेलिजेंस और काउंटर टेररिज्म ब्यूरो, और क्षेत्रीय सचिवालय के बगल में एक बड़ा सुरक्षा उल्लंघन कैसे हो सकता है.
यह पिछले कई सालों में पाकिस्तान में सबसे घातक हमला है. वहीं 2021 में काबुल में अफगान पर तालिबान के अधिग्रहण के बाद इस क्षेत्र में फिर से हिंसा शुरू होने के बाद से सबसे बड़ा हमला है.