श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के बेटे नमल राजपक्षे ने व्हाट्सऐप, ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया (Social Media) पर प्रतिबंध लगाए जाने के फैसले की निंदा की है. सरकार में युवा एवं खेल मंत्री नमल राजपक्षे ने ट्वीट कर लिखा, 'मैं सोशल मीडिया को ब्लॉक करने को कभी भी जायज नहीं ठहराऊंगा. वीपीएन (VPN) की उपलब्धता ऐसे प्रतिबंधों को पूरी तरह से बेकार कर देता है, जैसे मैं अभी उपयोग कर रहा हूं. मैं अधिकारियों से और अधिक प्रगतिशीलता से सोचने और इस निर्णय पर पुनर्विचार करने का आग्रह करता हूं.'
श्रीलंका में आर्थिक सकंट (Economic Crisis In Sri lanka) अब लोगों के लिए परेशानी का सबब बन चुका है. देश की खस्ताहाल अर्थव्यवस्था का जिम्मेदार सरकार की नीतियों को माना जा रहा है. ऐसे में लोग सरकार के खिलाफ जमकर विरोध कर रहे हैं. लेकिन इसी बीच श्रीलंका में राष्टपति राजपक्षे ने देश में इमरजेंसी लागू कर दी है. वहीं विरोध प्रदर्शनों को रोकने के लिए तमाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्स में पाबंदी लगा दी गई. नमल राजपक्षे ने देशव्यापी सार्वजनिक आपातकाल घोषित करने और 36 घंटे के लिए कर्फ्यू लगाने के बाद सोशल मीडिया मंचों पर प्रतिबंध लगाए जाने के फैसले की निंदा करते हुए उसे बेतुका बताया है.
देशभर में आवश्यक आपूर्ति की कमी, महंगाई और बिजली कटौती के विरोध में लोगों के सड़कों पर उतरने के बाद सोमवार तक देश में 36 घंटे का कर्फ्यू लागू है. सोशल मीडिया पोस्ट लोग विरोध प्रदर्शन में शामिल होने की अपील कर रहे थे. ट्विटर और फेसबुक पर "#GoHomeRajapaksas" और "#GotaGoHome" कई दिनों से ट्रेंड कर रहे हैं. पुलिस और निवासियों ने कहा कि सैकड़ों लोगों ने कर्फ्यू का उल्लंघन किया है और कई उपनगरीय शहरों में एकत्र हुए.
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