श्रीलंका (Sri Lanka) में भारी विरोध प्रदर्शन के बाद राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे (Gotabaya Rajpakshe) ने सोमवार को 17 मंत्रियों की नयी कैबिनेट का गठन किया. जिसमें उनके भाई प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे, राजपक्षे परिवार की ओर से एक मात्र सदस्य हैं. इस महीने की शुरुआत में देशभर में हजारों लोग आपातकाल और कर्फ्यू की अवहेलना करते हुए सरकार की निंदा करने के लिये सड़कों पर उतर आए थे, जिसके बाद प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे को छोड़कर मंत्रिमंडल के सभी सदस्यों ने इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद राष्ट्रपति को विपक्षी सदस्यों को साथ लेते हुए समावेशी कैबिनेट के गठन का रास्ता साफ करने को मजबूर होना पड़ा था. हालांकि विपक्ष ने पेशकश को ठुकरा दिया था.
इससे बीच श्रीलंका में एक वीडियो भी वायरल हो रहा है जिसमें सरकार पर लोगों ने गुस्सा दिखाते हुए लोगों ने बीती रात राष्ट्रपति भवन पर " “Go Home Gota” लिख कर लेजर प्रोजेक्ट कर दिया, इसका मतलब "गोटा घर वापस जाओ". यह वीडियो ANI ने ट्विटर पर शेयर की थी. श्रीलंका में देश के बिगड़े हालात से नाराज जनता श्रीलंका के राष्ट्रपति से इस्तीफा मांग रही है.
लेकिन महिंदा राजपक्षे ने सोमवार को 17 सदस्यीय मंत्रिमंडल के साथ शपथ ली. इससे पहले तीन मंत्रियों को नियुक्त किया गया था.
नये मंत्रिमंडल में परिवार की ओर से पूर्व सदस्यों चामल राजपक्षे और महिंदा के बेटे नामल राजपक्षे को जगह नहीं दी गई है। ये दोनों कैबिनेट मंत्री थे जबकि शशिंद्र राजपक्षे राज्यमंत्री थे.
श्रीलंका 1948 में ब्रिटेन से आजादी मिलने के बाद, अब तक के सबसे बदतर आर्थिक हालात से गुजर रहा है. आर्थिक संकट के चलते देश में राजनीतिक उथल-पुथल मची हुई है। इसके चलते लोग पिछले दिनों घंटों बिजली गुल रहने व ईंधन, खाद्य सामग्री, तथा रोजमर्रा की जरूरत के सामान की कमी के कारण सड़कों पर उतर आए और राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के इस्तीफे की मांग करने लगे.